Closing Bell: शेयर बाजार आज सुबह की सारी बढ़त गंवा कर लाल निशान पर बंद हुआ। गुरुवार सुबह 191.70 अंकों की उछाल के साथ 38,262.83 के स्तर पर खुलने वाला सेंसेक्स शाम को 335 अंक लुढ़ककर 37,736.07 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी ने आज 11,254 के स्तर से कारोबार की, लेकिन कारोबार के अंत में यह 11,102 के स्तर पर क्लोज हुआ। आज सबसे अच्छा प्रदर्शन फार्मा सेक्टर का रहा। निफ्टी बैंक और मिड कैप भी गिरावट के साथ बंद हुए।
यह भी पढ़ें: Gold Price 30th July: सोना एक और नए शिखर पर, कम हुए चांदी के भाव
निफ्टी में सबसे ज्यादा गिरावट बीपीसीएल के स्टॉक में है। बीपीसीएल के शेयर 7.93 तक टूटे, इसके अलावा निफ्टी टॉप लूजर में 5.35 फीसद की गिरावट के साथ इंडसइंड बैंक भी है। वहीं आईओसी, एक्सिस बैंक और पावर ग्रिड के शेयर भी भारी नुकसान के साथ बंद हुए। निफ्टी टॉप गेनर में डाक्टर रेड्डी, विप्रो, मारुति, सनफार्मा और इन्फोसिस प्रमुख थे।
पहली तिमाही में एचडीएफसी लिमिटेड का मुनाफा 15 प्रतिशत बढ़ा
वहीं एचडीएफसी लि. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 15 प्रतिशत बढ़कर 4,059 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 3,540 करोड़ रुपये रहा था। पहली तिमाही में एचडीएफसी लि. की एकीकृत आय बढ़कर 29,959 करोड़ रुपये हो गई है। एक साल पहले समान तिमाही में यह 23,240 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी।
सोना वायदा कीमतों में गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अगस्त महीने में डिलीवरी सोना अनुबंध की कीमत 237 रुपये यानी 0.45 प्रतिशत की हानि के साथ 52,950 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 1,082 लॉट के लिये कारोबार हुआ। सोना के अक्टूबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 271 रुपये यानी 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,786 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 14,799 लॉट के लिये कारोबार हुआ।न्यूयॉर्क में सोना 0.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,970.30 डॉलर प्रति औंस रह गया।
चांदी वायदा कीमतों में 2,323 रुपये की गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के सितंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 2,323 रुपये अथवा 3.55 प्रतिशत की हानि के साथ 63,031 रुपये प्रति किग्रा रह गयी जिसमें 13,154 लॉट के लिए कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में, चांदी की कीमत 3.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23.53 डॉलर प्रति औंस रह गई।
कच्चातेल वायदा कीमतों में गिरावट
कमजोर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में बृहस्पतिवार को कच्चातेल की कीमत 0.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,065 रुपये प्रति बैरल रह गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चातेल के अगस्त माह में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 27 रुपये अथवा 0.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,065 रुपये प्रति बैरल रह गई जिसमें 4,903 लॉट के लिए कारोबार हुआ। कच्चातेल के सितंबर माह में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 28 रुपये अथवा 0.9 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,094 रुपये प्रति बैरल रह गई जिसमें 70 लॉट के लिए कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चातेल की कीमत 1.14 प्रतिशत की नरमी के साथ 40.80 डॉलर प्रति बैरल रह गई, जबकि ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.98 प्रतिशत की गिरावट दर्शाती 43.32 डॉलर प्रति बैरल रह गई।
सुबह हुई थी मजबूत शुरुआत
शेयर बाजार की शुरुआत आज मतबूती के साथ हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 191.70 अंकों की उछाल के साथ 38,262.83 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी हरे रंग के साथ अपने कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 212.00 अंकों की तेजी के साथ 38,283.13 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 50.75 अंकों की उछाल के साथ 11,253.60 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
यह भी पढ़ें: सोने की चमक से खत्म हो सकती है डॉलर की बादशाहत
दिग्गज शेयरों में आज एचडीएफसी, हीरो मोटोकॉर्प, डॉक्टर रेड्डी, जी लिमिटेड, विप्रो, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचसीएल टेक, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, और यूपीएल की शुरुआत हरे निशान पर हुई। वहीं अल्ट्राटेक सीमेंट, पावर ग्रिड, ग्रासिम, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, टाटा स्टील और रिलायंस के शेयर गिरावट पर खुले। अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो मीडिया को छोड़ सभी सेक्टर्स हरे निशान पर खुले। इनमें आईटी, रियल्टी, मेटल, फार्मा, एफएमसीजी, ऑटो, प्राइवेट बैंक, फाइनेंस सर्विसेज, और पीएसयू बैंक शामिल हैं।
बुधवार का हाल
फेड के रेट नहीं बदलने और टेक शेयरों में तेजी के चलते बुधवार को अमेरिकी बाजार मजबूत बंद हुए थे। डाऊ जोंस 160 अंक चढ़कर बंद हुआ था। वहीं नैस्डैक भी 141अंक ऊपर बंद हुआ था। जहांतक घरेलू शेयर बार की बात है तो रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में हालिया तेजी के बाद बुधवार को निवेशकों ने जमकर मुनाफा काटा, जिससे सेंसेक्स 422 अंक टूट गए। वैश्विक बाजारों में सतर्कता के रुख की वजह से यहां भी धारणा प्रभावित हुई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 421.82 अंक या 1.10 प्रतिशत के नुकसान से 38,071.13 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 97.70 अंक या 0.86 प्रतिशत के नुकसान से 11,202.85 अंक पर आ गया।
यह भी पढ़ें: एक अगस्त से होंगे कई बदलाव, कार और बाइक खरीदना होगा सस्ता
शेयरों को गिरवी रखने की व्यवस्था एक अगस्त से लागू होगी
भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) ने मौजूदा टाइटल स्थानांतरण गिरवी रखने की व्यवस्था तथा नई गिरवी और पुन: गिरवी प्रक्रिया को 31 अगस्त तक साथ-साथ चलने की अनुमति दे दी है। कोविड-19 की वजह से पैदा हुई स्थिति तथा उसकी वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में लागू आंशिक लॉकडाउन के मद्देनजर नियामक ने यह फैसला किया है। इसके अलावा शेयर ब्रोकरों ने भी नियामक को प्रणाली में बदलाव और सॉफ्टवेयर विकास के बारे में ज्ञापन दिया है। सेबी ने एक सर्कुलर में कहा कि गिरवी और पुन: गिरवी की व्यवस्था एक अगस्त से लागू होगी।
सेबी ने परिणाम जारी करने की समयसीमा एक माह बढ़ाई
बाजार नियाममक सेबी ने बुधवार को सूचीबद्ध कंपनियों को जून तिमाही का वित्तीय परिणाम जारी करने का समय एक महीने बढ़ाकर 15 सितंबर कर दिया। कोरोना वायरस संकट को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को 30 जून को समाप्त तिमाही या छमाही के लिये वित्तीय परिणाम जारी करने को लेकर समयसीमा बढ़ाने को लेकर अनुरोध मिले थे। अनुरोध में 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के लिये सालाना वित्तीय परिणाम जारी करने को लेकर बढ़ाई गई समयसीमा और 30 जून को समाप्त तिमाही या छमाही के लिए वित्तीय नतीजे घोषित करने के लिए समय के बीच कम अंतर का हवाला दिया गया था।
भारती एयरटेल को 15,933 करोड़ का घाटा
दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 15,933 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। यह बड़ा घाटा मुख्यत: सांविधिक बकाये के लिए प्रावधान की वजह से है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 2,866 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। तिमाही के दौरान दूरसंचार कंपनी की आय 15.4 प्रतिशत बढ़कर 23,939 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एयरटेल ने बयान में कहा कि आकस्मिक खर्च को हटा दिया जाए, तो इसे पहली तिमाही में 436 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है। इसको जोड़ने के बाद उसका एकीकृत शुद्ध घाटा 15,933 करोड़ रुपये बैठता है। कंपनी के अनुसार उच्चतम न्यायालय ने एजीआर के भुगतान की अवधि पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है। कंपनी ने कहा कि इसी के मद्देनजर उसने तिमाही के दौरान 10,744 करोड़ रुपये का बढ़ा हुआ प्रावधान किया है।