शेयर बाजार को लगा इस साल का 14वां बड़ा झटका
खराब ग्लोबल संकेतों के बीच शेयर बाजार में गुरुवार को इस महीने की सबसे बड़ी गिरावट रही। इस साल शेयर बाजार को लगने वाले बड़े झटकों में यह 14वां था। इससे पहले सोमवार को भी बाजार में बड़ी गिरावट...
खराब ग्लोबल संकेतों के बीच शेयर बाजार में गुरुवार को इस महीने की सबसे बड़ी गिरावट रही। इस साल शेयर बाजार को लगने वाले बड़े झटकों में यह 14वां था। इससे पहले सोमवार को भी बाजार में बड़ी गिरावट देखने का मिली थी। वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली तथा विदेशी कोषों की निकासी की वजह से बीएसई का सेंसेक्स करीब 2.96 फीसद यानी 1,114.85 अंकों की गिरावट के बाद 36,553.60 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 326.30 अंक गिरकर 10,805 के स्तर पर बंद हुआ। आइए जानें इस साल की अब तक की बड़ी गिरावटों के बारे में...
इस साल की सेंसेक्स की 14 बड़ी गिरावट
तारीख | सेंसेक्स में गिरावट |
23 मार्च 2020 | 3,934 |
12 मार्च 2020 | 2919 |
16 मार्च 2020 | 2713 |
4 मई 2020 | 2,002 |
9 मार्च 2020 | 1941 |
18 मार्च 2020 | 1709 |
28 फरवरी 2020 | 1448 |
24 सितंबर 2020 | 1,114 |
18 मई 2020 | 1068 |
1 फरवरी 2020 | 988 |
6 मार्च 2020 | 894 |
21 सितंबर 2020 | 811 |
6 जनवरी 2020 | 764 |
20 जनवरी 2020 | 735 |
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इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट
तब दुनियाभर में कोरोना के केवल 3 लाख मामले सामने आए थे और 13 हजार लोगों की मौत हो चुकी थी। इस आंकड़े के बाद ग्लोबल मार्केट में कोहराम मच गया जिसकी वजह से भारतीय शेयर बाजार में सुनामी आ गई। सेंसेक्स 3934 अंक का गोता लगाकर 25,981.24 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 1110 अंक डूब कर 7634 के स्तर पर।
12 मार्च को शेयर बाजार में आई थी महामारी
12 मार्च 2020: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कोरोना को विश्वव्यापी महामारी घोषित करने के बाद दुनिया भर के शेयर बाजारों में भूचाल आ गया। भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 2919 अंक गोता लगाने के बाद 32,778.14 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 825 अंकों के भारी नुकसान के साथ 9,633.10 के स्तर पर बंद हुआ।
18 मार्च 2020
करीब 500 अंकों की उछाल के साथ खुला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 1709.58 अंक लुढ़क कर 28,869.51 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी निफ्टी 150.45 अंक उछलने के बाद धड़ाम हो गया। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से घरेलू शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली। सेंसेक्स एक समय करीब 2000 अंक तक टूट गया था, लेकिन बाद में थोड़ा संभलने के बाद इस साल की नौवीं बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ।
9 और 16 मार्च को 'ब्लैक मंडे'
इस साल घरेलू शेयर बाजार के लिए एक और 'ब्लैक मंडे' साबित हुआ 16 मार्च का दिन। इससे पहले 9 मार्च को बाजार ने ऐतिहासिक गिरावट देखी थी। सेंसेक्स ने एक दिन में इतिहास की सबसे बड़ी इंट्राडे की 2467 अंकों की गिरावट देखी। बाद में सेंसेक्स 5.17% यानी 1941 अंक नीचे गिरकर 35,634 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 538 अंकों की गिरावट आई और यह 10,451 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं 16 मार्च को सेंसेक्स ने जहां 2713.41 अंकों का गोता लगाया तो वहीं निफ्टी भी 757.80 अंक टूट गया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 31,390.07 के स्तर पर बंद हुआ और निफ्टी 9,197.40 के स्तर पर।
28 फरवरी को 1,448.37 अंक टूटा था सेंसेक्स
फरवरी के अंतिम कारोबारी दिन को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 1,448.37 अंक टूटकर 38,297.29 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 431.55 अंक टूटकर 11,201.75 के स्तर पर बंद हुआ। यह इस साल की सबसे बड़ी गिरावट थी। इससे पहले इस साल एक फरवरी को बजट के दिन सेंसेक्स ने 10 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी थी। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 987.96 अंक या 2.43 फीसदी के नुकसान से 39,735.53 अंक पर बंद हुआ था, वहीं निफ्टी 300.25 अंक या 2.51 फीसदी टूटकर 11,661.85 अंक पर आ गया था।