52 हफ्ते के निचले स्तर पर आया शेयर बाजार, सेंसेक्स 1000 अंक टूटा, निफ्टी भी धड़ाम
अमेरिकी फेड रिजर्व के फैसले के बाद भारतीय शेयर बाजार को लेकर जो आशंकाएं थीं वो सच साबित होती दिख रही है। गुरुवार को दोपहर बाद भारी बिकवाली की वजह से शेयर बाजार 52 हफ्ते के निचले स्तर पर आ गया है।

इस खबर को सुनें
घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट रही। गिरावट में ज्यादातर योगदान सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक के शेयरों का रहा।
सुबह के कारोबार में अच्छी शुरुआत के बावजूद बीएसई मानक सूचकांक लाभ को कायम रखने में विफल रहा और 1,045.60 अंक यानी 1.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,495.79 अंक पर बंद हुआ। बाजार में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट रही।
कारोबार के दौरान यह 1,115.91 अंक तक लुढ़क गया था। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 331.55 अंक यानी 2.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,360.60 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, विप्रो, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और एनटीपीसी सर्वाधिक नुकसान में रहे। एकमात्र नेस्ले इंडिया का शेयर लाभ में रहा।
बता दें अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए। डाऊ जोंस 303 अंक या एक फीसद चढ़कर 30668 के स्तर पर बंद होने में कामयाब रहा। इसके साथ ही नैस्डैक भी 2.50 फीसद की छलांग लगाकर 11099 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि, एसएंडपी में कुल बढ़त 54 अंक या 1.46 फीसद की रही। इसका असर आज घरेलू शेयर बाजार में देखने को मिल रहा है।
इन 4 आईटी कंपनियों के शेयर 300 से 800 रुपये तक सस्ते, एक्सपर्ट्स दे रहे Strong Buy की सलाह
बुधवार का हाल: शेयर बाजारों में लगातार चौथे दिन गिरावट
वैश्विक स्तर पर मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट रही। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 152.18 अंक यानी 0.29 फीसद की गिरावट के साथ पिछले दस माह के सबसे निचले स्तर 52,541.39 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 39.95 अंक यानी 0.25 फीसद टूटकर 15,692.15 अंक पर बंद हुआ। बता दें सेंसेक्स में पिछले चार कारोबारी सत्रों में 2,778.89 अंक की गिरावट आ चुकी है।
मई में भारतीय कंपनियों में 5.3 अरब डॉलर का निवेश मिला: रिपोर्ट
निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी कोषों ने मई, 2022 में भारतीय कंपनियों में 5.3 अरब डॉलर का निवेश किया है, जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 42 फीसद अधिक है। उद्योग संगठन आईवीसीआर और परामर्श कंपनी ईवाई की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल में 7.5 अरब डॉलर के निवेश की तुलना में मई में निवेश 29 फीसद कम था। वहीं, सौदों के लिहाज से मई में 109 लेनदेन हुए, जबकि एक साल पहले की इसी महीने में 66 और अप्रैल 2022 में 117 सौदे हुए थे।
