स्टार्टअप इंडिया फंड लॉन्च: देश में 41,000 से ज्यादा स्टार्टअप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को स्टार्टअप इंडिया इंटरनेशनल समिट को संबोधित करते हुए 1,000 करोड़ का स्टार्ट-अप इंडिया फंड लॉन्च किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को स्टार्टअप इंडिया इंटरनेशनल समिट को संबोधित करते हुए 1,000 करोड़ का स्टार्ट-अप इंडिया फंड लॉन्च किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि भविष्य की तकनीक एशिया की लैब से निकले। उन्होंने युवाओं को नौकरी की जगह खुद का स्टार्टअप शुरू करने की सलाह भी दी। बता दें देश में 41,000 से ज्यादा स्टार्टअप हैं। इनमें से लगभग 5,700 आईटी क्षेत्र में, 3,600 स्वास्थ्य क्षेत्र में और 1,700 स्टार्टअप कृषि क्षेत्र में हैं। पिछले पांच साल में यह स्थिति बनी है। जहां 2014 से पहले देश के केवल चार स्टार्ट-अप ही यूनिकॉर्न क्लब में थे, वहीं आज 30 से ज्यादा स्टार्ट-अप इस क्लब में शामिल हैं।
सबसे बड़े स्टार्टअप हब में से एक है भारत
अब तक 8,000 के करीब स्टाअर्अप जीईएम पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं और उनहोंने 2,300 करोड़ रुपये का कारोबार किया। सरकार के जीईएम पोर्टल पर कुल कारोबार 80 हजार करोड़ रुपये को छू रहा है। मोदी के मुताबिक, पिछले कुछ साल में आया ये बदलाव बिम्सटेक देशों की बहुत बड़ी ताकत है। भविष्य के एंटरप्रेन्योर्स हमारे यहां तैयार हों, इसके लिए एशिया के उन देशों को आगे आकर जिम्मेदारी लेनी होगी, जो एक दूसरे के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। आंकड़ों के जरिए प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप इकोसिस्टम के बारे में जानकारी दी कि भारत दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप हब में से एक है।
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प्रधानमंत्री ने ये भी बताया कि मौजूदा समय में देश में डिजिटल भुगतान, आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस क्रांति या फिर सौर ऊर्जा क्षेत्र के परिणाम देखे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम देश में नए स्टार्टअप को विकसित करने में मदद करने के लिए 1,000 करोड़ रुपये का स्टार्ट-अप इंडिया सीड फंड लॉन्च कर रहे हैं। इस ग्लोबल समिट का आयोजन स्टार्टअप इंडिया पहल की पांचवीं वर्षगांठ के मौके पर किया गया है, जिसका उद्घाटन वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने किया था। प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपने एक आधिकारिक बयान में कहा था कि यह समिट दुनिया के कुछ दिग्गजों को एक ही मंच पर लाने का काम करेगा।