घरेलू निवेशकों की लिवाली के दम पर फिर 35000 के करीब पहुंचा सेंसेक्स
स्थानीय शेयर बाजारों में शुक्रवार को दूसरे दिन भी तेजी जारी रही और घरेलू निवेशकों की ओर से ऊर्जा, धातू, बुनियादी ढांचागत क्षेत्र, वाहन तथा बैंकिंग कंपनियों के शेयरों में लिवाली के समर्थन से बंबई शेयर...
स्थानीय शेयर बाजारों में शुक्रवार को दूसरे दिन भी तेजी जारी रही और घरेलू निवेशकों की ओर से ऊर्जा, धातू, बुनियादी ढांचागत क्षेत्र, वाहन तथा बैंकिंग कंपनियों के शेयरों में लिवाली के समर्थन से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स और 261 अंक चढ़कर 34,925 अंक पर पहुंच गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 91 अंक की तेजी के साथ 10,605 अंक पर बंद हुआ।
रुपये ने भी दिया बाजार को दम
घरेलू संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 1,480.51 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की। हालांकि, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक 701.93 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये में तेज सुधार और घरेलू संस्थागत निवेशकों की सतत लिवाली से बाजार को बल मिला।
35,000 के पार जाकर फिसला सेंसेक्स
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बढ़त लेकर 34,753 अंक पर खुला और एक समय 35,018 अंक तक चढ़ गया था। हालांकि, बाद में निवेशकों की मुनाफवसूली से इसकी बढ़त कुछ कम हो गई और कारोबार की समाप्ति पर यह 0.76 प्रतिशत की बढ़त लेकर 34,925 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को सेंसेक्स 318अंक मजबूत हुआ था।
छोटे शेयरों ने भी दिखाया कमाल
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप सूचकांक 243 अंकों की तेजी के साथ 15,904 पर बंद हुआ। जबकि छोटे शेयरों वाला स्मॉलकैप सूचकांक 198 अंकों की तेजी के साथ 17,151 पर बंद हुआ।
इन शेयरों में हुई मोटी कमाई
बीएसई के 20 में से 10 सेक्टरों में तेजी रही। तेल और गैस में सबसे अधिक 3.05 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। धातु 2.20 फीसदी, आधारभूत सामग्री 1.77 फीसदी, उपभोक्ता सेवाएं 1.76 फीसदी और वाहन 1.70 तेजी के साथ सबसे अधिक मुनाफा देने वाले सेक्टर में शामिल रहे। बाजार में तेजी के बावजूद बीएसई के एक सेक्टर उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु में 0.29 फीसदी में गिरावट रही।