रीयल्टी-बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली से लुढ़का बाजार, सेंसेक्स 130 अंक फिसला
रीयल्टी, पूंजीगत सामान, प्रौद्योगिकी, वाहन तथा बैंकिंग शेयरों में उच्चस्तर पर मुनाफावसूली से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का...
रीयल्टी, पूंजीगत सामान, प्रौद्योगिकी, वाहन तथा बैंकिंग शेयरों में उच्चस्तर पर मुनाफावसूली से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 130 अंक टूटकर से 33,006 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 40 अंक के नुकसान के साथ 10,115 अंक पर बंद हुआ।
फेड के फैसले बाजार ने बढ़त गंवाई
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतेरी के बाद वैश्चिक बाजारों में नरमी का रुख रहा। इससे यहां भी धारणा प्रभावित हुई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 33,207 अंक पर मजबूती के रुख से खुलने के बाद 33,282 अंक के उच्चस्तर तक गया। मुनाफावसूली के दबाव में बाद में यह नकारात्मक दायरे में आया और इसने 32,963 अंक का निचला स्तर भी छुआ। अंत में सेंसेक्स 0.39 प्रतिशत के नुकसान के साथ बंद हुआ। पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 213 अंक चढ़ा था। एनएसई का निफ्टी भी कारोबार के दौरान 10,208 से 10,105 अंक के दायरे में रहा। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि यूरोपीय बाजारों की कमजोरी के साथ शुरुआत और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी से एशियाई बाजारों में मिला जुला रुख रहा।
छोटे शेयरों में बड़ा नुकसान
छोटी और मंझोली कंपनियों पर बिकवाली का अधिक दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 0.75 प्रतिशत यानी 121 अंक लुढ़ककर 15,910 अंक पर बंद हुआ। जबकि स्मॉलकैप 1.05 प्रतिशत यानी 180 अंक लुढ़ककर 17,064 अंक पर बंद हुआ।
इन शेयरों को लगा तगड़ा झटका
रीयल्टी, पूंजीगत सामान, प्रौद्योगिकी, वाहन, पीएसयू, आईटी, बिजली और बैंकिंग शेयर दबाव में रहे। इनमें 1.28 प्रतिशत तक का नुकसान रहा। इस बीच शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 98.44 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 197.78 करोड़ रुपये की लिवाली की।