ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News BusinessSensex crashes over 1500 points biggest fall in share marke in 2020 due to corona

शेयर बाजार में साल की सबसे बड़ी गिरावट, सेंसेक्स 1,448 और निफ्टी 431 अंक टूटा, निवेशकों के 5 लाख करोड़ डूबे

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस ने अब कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गुरुवार को जहां अमेरिका का डाऊ जोंस औ एसएंडपी धड़ा हुआ वहां शुक्रवार को यूरोप और एशिया समेत भारतीय स्टॉक मार्केट...

शेयर बाजार में साल की सबसे बड़ी गिरावट, सेंसेक्स 1,448 और निफ्टी 431 अंक टूटा, निवेशकों के 5 लाख करोड़ डूबे
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीFri, 28 Feb 2020 04:37 PM
ऐप पर पढ़ें

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस ने अब कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गुरुवार को जहां अमेरिका का डाऊ जोंस औ एसएंडपी धड़ा हुआ वहां शुक्रवार को यूरोप और एशिया समेत भारतीय स्टॉक मार्केट में हाहाकार मच गया। हजारों लोगों की जान ले चुके कोरोना वायरस के कहर का असर अब बाजार में भी दिखने लगा है। फरवरी के अंतिम कारोबारी दिन को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 1,448.37 अंक टूटकर 38,297.29 के  स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 431.55 अंक टूटकर 11,201.75 के स्तर पर बंद हुआ। यह इस साल की सबसे बड़ी गिरावट है।

share market closed

ऐसी रही बाजार की चाल                                                                                                                                   

समय सेंसेक्स का स्तर
9:15 बजे 39,087
9:17 बजे 38,701
10:00 बजे 38,605
11:00 बजे 38,623
12:00 बजे 38,547
01:00 बजे 38,673
2:00 बजे 38,613
3:30 बजे 38,297.29

बजट के दिन 987 अंक टूटा था सेंसेक्‍स

इससे पहले इस साल एक फरवरी को बजट के दिन सेंसेक्‍स ने 10 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई थी। कारोबार के अंत में सेंसेक्‍स 987.96 अंक या 2.43 फीसदी के नुकसान से 39,735.53 अंक पर बंद हुआ था, वहीं निफ्टी 300.25 अंक या 2.51 फीसदी टूटकर 11,661.85 अंक पर आ गया था। 

बीएसई की 1,767 कंपनियों में गिरावट

कोरोना वायरस के भय से आक्रांत शेयर बाजार में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में भारी बिकवाली देखने को मिली। बीएसई की 1,700 से अधिक कंपनियों में बिकवाली हुई। इनमें से अधिकांश कंपनियां मिडकैप या स्मॉलकैप की हैं। इस बिकवाली के कारण समूह ए, बी, टी और जेड की 323 कंपनियों के शेयर 52 सप्ताह के निचले स्तर पर आ गए। बीएसई की 205 कंपनियों के शेयरों में स्वीकृत दायरे तक की गिरावट रही।  हालांकि 274 कंपनियों ने बाजार की चाल के विपरीत प्रदर्शन किया और इनके शेयरों में बढ़त रही।

यह भी पढ़ें: चांदी 1,700 रुपये लुढ़ककर दो महीने के निचले स्तर पर, सोना भी हुआ सस्ता

शुक्रवार को यूरोपीय शेयर बाजार खुलते ही 3% से अधिक की गिर चुके हैं। वहीं गुरुवार को अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में भारी गिरावट की वजह से शुक्रवार को एशियाई बाजार भी लाल निशान में कारोबार करते दिखे। इसका असर भारतीय बाजार पर ऐसा हुआ कि मिनटों में निवेशकों के करीब 5 लाख करोड़ रुपये डूब गए। अमेरिका का शेयर मार्केट 2008 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे पहले अमेरिका शेयर मार्केट 2008 में मंदी के दौर में सबसे बुरे दौर से गुजरा था। डाऊजोंस में एक दिन में सबसे बड़ी 1,191 अंक की गिरावट दर्ज की गई। डाउजोंस 4 फीसद टूट गया।

खुलते ही सेंसेक्स 1150 अंक टूटा 

आज शेयर मार्केट खुलते ही सेंसेक्स 1153 अंक टूट गया। वह 38,592 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी 341.10 अंक लुढ़कने के बाद 11,292.20 के स्तर पर है। बाजार खुलने के 5 मिनट के अंदर ही सेंसेक्स 1000 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ 38,661.81 पर आ गया। सबसे ज्यादा गिरावट टेक हिंद्रा और टाटा स्टील के शेयरों में देखने को मिली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स के सभी 30 शेयर आज लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। वहीं निफ्टी 50 में भी कोई स्टॉक हरे निशान पर कारोबार नहीं कर रहा है।

निवेशकों ने कुछ ही देर में गंवाए पांच लाख करोड़ रुपये

वैश्विक बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट के कारण शुक्रवार को कारेाबार के कुछ ही देर में निवेशकों को पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक की चपत लग गई। बीएसई के 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में शुरुआती कारोबार में 11,60 अंक से अधिक की गिरावट के कारण बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में भारी गिरावट देखने को मिली। इस कारण निवेशकों ने कारोबार के कुछ ही देर में 4,65,915.58 करोड़ रुपये गंवा दिए। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण इस गिरावट के बाद 1,47,74,108.50 करोड़ रुपये पर आ गया।

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में सोना 81000 के करीब फिर भी भारत से 6000 रुपये सस्ता

सेंसेक्स की सभी 30 कंपनियां शुरुआती कारोबार में गिरावट में चल रही थीं। बीएसई की कुल कंपनियों में 1,602 कंपनियों के शेयर गिरावट में चल रहे थे। मात्र 183 शेयरों में तेजी देखने को मिली जबकि 62 कंपनियों के शेयर स्थिर रहे। बीएसई के स्मॉलकैप में 3.45 प्रतिशत की और मिडकैप में 3.53 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।     

डॉलर के मुकाबले 71.65 के स्तर पर खुला रुपया 

डॉलर के मुकाबले आज रुपये में भी भारी गिरावट देखने को मिली। आज रुपया 38 पैसे की गिरावट के बाद 71.93 के स्तर पर खुला। पिछले कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया 71.55 के स्तर पर बंद हुआ था।

कम रह सकती है जीडीपी ग्रोथ रेट

सरकार शुक्रवार को दिसंबर में समाप्त तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी करेगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि चौथी तिमाही में भी ग्रोथ रेट कम रह सकती है। अनुमान के मुताबिक ग्रोथ रेट 5% के आस-पास ही रहेगी। उनका कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का असर अर्थव्यवस्था पर देखने को मिल सकता है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.6% थी। आरबीआई ने भी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए विकास दर 6 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है। इस महीने हुई मौद्रिक समीक्षा बैठक में आरबीआई ने ग्रोथ रेट 5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वहीं एसबीआई, इकोनॉमिक रिसर्च डिपार्टमेंट का कहना है कि प्रमुख इंडीकेटर के आधार पर तीसरी तिमाही में ग्रोथ रेट 4.5% रह सकती है।

गुरुवार का हाल

शुरुआती कारोबार में एक समय सेंसेक्स 440 और निफ्टी 135 अंकों का गोता लगाने के बाद आखिकरकार संभल गया और यह गिरावट बाजार बंद होते-होते काफी कम हो गई। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 143.30 अंकों की गिरावट के बाद 39,745.66 के स्तर पर बंद हुआ तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 45.20 अंक लुढ़ककर 11,633.30 के स्तर पर बंद हुआ। जहां तक दिग्गज शेयरों की बात करें तो आज एनटीपीसी, एलएंडटी, एचडीएफसी बैंक, बजाज ऑटो, टेक महिंद्रा, रिलायंस इडस्ट्रीज, आईटीसी, इन्फोसिस लाल निशान के साथ बंद हुए। वहीं सन फार्मा, टाइटन, एशियन पेंट, कोटक महिंद्रा बैंक व हिंदुस्तान यूनिलीवर के स्टॉक फायदे में रहे।

कच्चा तेल भी टूटा

वहीं वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव बृहस्पतिवार को चार प्रतिशत से अधिक लुढ़क गया। कारोबारियों को आशंका है कि कोरोना वायरस का असर खासतौर से प्रमुख उपभोक्ता देश चीन से कच्चे तेल की मांग पर पड़ सकता है।  अप्रैल डिलिवरी के लिये ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 4.2 प्रतिशत लुढ़ककर 51.20 डॉलर प्रति बैरल जबकि न्यूयार्क का डब्ल्यूटीआई (वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट) कच्चे तेल का भाव इसी महीने के लिये करीब 5 प्रतिशत टूटकर 46.31 डॉलर पर आ गया। 

( Input PTI)

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें