ब्रिटेन की सबसे अमीर फैमिली हिंदुजा में नवंबर अंत तक हो जाएगा बंटवारा, 14 अरब डॉलर का है हिंदुजा साम्राज्य
Hiduja family dispute: हिंदुजा फैमिली ब्रिटेन का सबसे अमीर परिवार है। परिवार के बीच यह समझौता 30 जून 2022 को हुआ था। ब्रिटेन ही नहीं यूरोप के कई देशों में हिंदुजा ब्रदर्स के बीच कानूनी जंग चल रही है।
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हिंदुजा ग्रुप की 14 अरब डॉलर की संपत्ति का बंटवारा नवंबर के अंत तक हो जाएगा। हिंदुजा भाइयों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। हिंदुजा बंधुओं में सबसे बड़े 86 साल के श्रीचंद हिंदुजा के वकीलों ने हाल ही में लंदन की एक अदालत को बताया था कि परिवार 2014 के एग्रीमेंट को खत्म करने पर सहमत हो गया है।
नवंबर एंड की डेडलान का उल्लेख कोर्ट ऑफ प्रोटेक्शन के जस्टिस हेडन द्वारा अगस्त 2022 के फैसले में किया गया है। इसके तहत हिंदुजा परिवार हिंदुजा साम्राज्य से संबंधित सभी मुकदमों को समाप्त करने के इरादे से “heads of terms” ढांचे के लिए सहमत हुआ था।
बता दें हिंदुजा फैमिली ब्रिटेन का सबसे अमीर परिवार है। परिवार के बीच यह समझौता 30 जून 2022 को हुआ था। सूत्रों की मानें तो इसी महीने परिवार का बंटवारा हो सकता है। समझौते के मुताबिक अगर परिवार के बीच नवंबर में बंटवारा नहीं हुआ तो यह मामला एक बार फिर अदालत में पहुंच सकता है।
झगड़े की जड़ दो जुलाई 2014 में हुआ एक समझौता है
हिंदुजा परिवार के बीच झगड़े की जड़ दो जुलाई 2014 में हुआ एक समझौता है। इस पर चारों भाइयों एसपी, जीपी, अशोक और प्रकाश ने हस्ताक्षर किए थे। इसमें कहा गया था कि परिवार का सबकुछ प्रत्येक व्यक्ति से संबंधित है और कुछ भी किसी से भी संबंधित नहीं है। श्रीचंद हिंदुजा ने अपने भाइयों जी पी हिंदूजा, पी पी हिंदुजा और ए पी हिंदुजा के खिलाफ केस किया था। यह 2014 के समझौते की वैधता संबंधित था। इस पर कानूनी विवाद नवंबर, 2019 से चल रहा था।
श्रीचंद हिंदुजा के तीन छोटे भाइयों की दलील थी कि जीपी, अशोक और प्रकाश हिंदुजा ने तर्क दिया था कि इस समझौते ने 108 साल के ग्रुप के लिए उत्तराधिकार योजना की नींव रखी। इस रुख को एसपी की दो बेटियों - शानू और वीनू ने 2019 में चुनौती दी और मामला 2020 में सार्वजनिक हो गया। ब्रिटेन ही नहीं यूरोप के कई देशों में हिंदुजा ब्रदर्स के बीच कानूनी जंग चल रही है। इससे परिवार को नुकसान पहुंच रहा है।
38 देशों तक फैला है हिंदुजा ग्रुप का कारोबार
इस ग्रुप की कंपनियों का कारोबार 38 देशों तक फैला है और उनमें 150,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। हिंदुजा ग्रुप की स्थापना 1914 में श्रीचंद परमानंद ने ब्रिटिश इंडिया में सिंध इलाके से की थी। ट्रक बनाने से लेकर, बैंकिंग, केमिकल्स, पावर, मीडिया और हेल्थकेयर तक हिंदुजा ग्रुप का कारोबार फैला है। ग्रुप की कंपनियों में ऑटो कंपनी अशोक लीलेंड और इंडसइंड बैंक शामिल हैं। 14 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ हिंदुजा परिवार ब्रिटेन का सबसे अमीर परिवार है।