डिजिटल न्यूज मेकर्स को उचित रेवेन्यू शेयर करें... टेक कंपनियों को केंद्रीय मंत्री की सलाह
चंद्रशेखर ने कहा-डिजिटल मीडिया में विज्ञापन से होने वाली कमाई ने पूरे तंत्र में असंतुलन पैदा कर दिया है। कई लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। कंटेंट क्रिएटर्स के बाद मोनेटाइजेशन कंट्रोल नहीं है।

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देश के डिजिटल न्यूज मेकर्स के पक्ष में केंद्रीय आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक अहम बयान दिया है। राजीव चंद्रशेखर ने बिग टेक एग्रीगेटर्स को डिजिटल न्यूज मेकर्स का समर्थन करने को कहा है। इसके साथ ही राजस्व का उचित भुगतान करने की बात कही। चंद्रशेखर ने कहा-डिजिटल मीडिया में विज्ञापन से होने वाली कमाई ने पूरे तंत्र में असंतुलन पैदा कर दिया है। छोटे क्रिएटर्स समेत कई लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। कंटेंट क्रिएटर्स के बाद मोनेटाइजेशन कंट्रोल नहीं है।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने जोर देकर कहा कि छोटे क्रिएटर्स और बड़े टेक प्लेटफॉर्म के बीच इस असंतुलन ने न केवल डिजिटल न्यूज इंडस्ट्री को प्रभावित किया है, बल्कि प्रिंट मीडिया पर भी असर पड़ा है। चंद्रशेखर ने दिल्ली में डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन (DNPA) के 'फ्यूचर ऑफ डिजिटल मीडिया कॉन्फ्रेंस 2023' के दौरान ये बात कही।
क्या कहा केंद्रीय राज्य मंत्री: ये स्पष्ट है कि अगर ट्रेडिशन न्यूज इंडस्ट्री प्रभावित होता है तो पत्रकारिता का भविष्य भी प्रभावित होगा। यह भारत जैसे देश के लिए ठीक नहीं है क्योंकि यहां सैकड़ों और हजारों कंटेंट क्रिएटर्स हैं। उन्होंने कहा-चूंकि लाखों ग्राहक इंटरनेट प्रोडक्ट्स और सर्विसेज का उपयोग करते हैं, इसलिए ग्राहक के प्रति समय की जवाबदेही भी ऐसी चीज है जिसे बनाने की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने कानून बनाने पर भी जोर दिया।
इसलिए अहम है बयान: सरकार की ओर से ये बयान ऐसे समय में आया है जब दिग्गज टेक कंपनी गूगल और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के बीच कानूनी जंग चल रही है। आपको बता दें कि गूगल पर मनमानी से जुड़े दो अलग-अलग मामलों में सीसीआई ने 2200 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया है। इसके खिलाफ सर्च इंजन गूगल ने सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया है।
क्या है DNPA: बता दें कि DNPA देश की लीडिंग मीडिया कंपनियों की डिजिटल शाखाओं का एक संगठन है, जो प्रिंट और टेलीविजन दोनों संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करती है। यह संगठन डिजिटल न्यूज पब्लिर्स के हित में काम करता है। इस संगठन में हिन्दुस्तान टाइम्स सहित 17 मीडिया पब्लिशर्स शामिल है।
