पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। 26.34 रुपये वाला पेट्रोल आज राजधानी दिल्ली में 82.86 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं 27 रुपये 8 पैसे प्रति लीटर मिलने वाला डीजल 73.07 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा है। क्या आपको पता है कि आप तेल के बेस प्राइस के दोगुने से ज्यादा कीमत चुकाते हैं और ये पैसा कहां-कहां जाता है?
ऐसे बढ़ जाता है पेट्रोल-डीजल का रेट
1 दिसंबर 2020 को दिल्ली में रेट
विवरण | पेट्रोल रुपये/लीटर | डीजल रुपये/लीटर |
बेस प्राइस | 26.34 | 27.08 |
भाडा़ व अन्य खर्चे | 0.37 | 0.34 |
डीलर का रेट (Excise Duty और VAT को छोड़कर) | 26.71 | 27.42 |
Excise Duty | 32.98 | 31.83 |
डीलर का कमिशन | 3.65 | 2.53 |
VAT (डीलर के कमिशन के साथ) | 19.00 | 10.64 |
आपको मिलता है | 80.43 | 72.42 |
स्रोत: IOC
पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। अगर केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारों का वैट हटा दें तो डीजल और पेट्रोल का रेट लगभग 27 रुपये लीटर रहता, लेकिन चाहे केंद्र हो या राज्य सरकार, दोनों किसी भी कीमत पर टैक्स नहीं हटा सकती। क्योंकि राजस्व का एक बड़ा हिस्सा यहीं से आता है। इस पैसे से विकास होता है।
हर सुबह होती तय होती हैं कीमतें
दरअसल विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज़ाना पेट्रोल और डीजल के रेट तय करती हैं। इंडियन ऑयल , भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम रोज़ाना सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की दरों में संशोधन कर जारी करती हैं।