Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़Pension funds will be able to increase earnings from IPO its direct benefit to their shareholders - Business News India

पेंशन फंड आईपीओ से बढ़ा सकेंगे कमाई, इसका सीधा फायदा उनके अंशधारकों को

पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए पेंशन फंड मैनेजर (पीएफएम) को प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में निवेश करने की अनुमति दे दी है। इससे पेंशन फंड अधिक कमाई कर सकेंगे, जिसका सीधा फायदा उनके अंशधारकों...

पेंशन फंड आईपीओ से बढ़ा सकेंगे कमाई, इसका सीधा फायदा उनके अंशधारकों को
Drigraj Madheshia नई दिल्ली। हिन्दुस्तान ब्यूरो, Thu, 29 July 2021 07:13 AM
हमें फॉलो करें

पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए पेंशन फंड मैनेजर (पीएफएम) को प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में निवेश करने की अनुमति दे दी है। इससे पेंशन फंड अधिक कमाई कर सकेंगे, जिसका सीधा फायदा उनके अंशधारकों को होगा। इसके पहले पीएमएफ इक्विटी घटक को सिर्फ ऐसे शेयरों में निवेश कर सकते थे, जिनका बाजार पूंजीकरण 5,000 करोड़ रुपये से अधिक है और जो विकल्प तथा वायदा खंड में कारोबार के योग्य हैं। इससे फंड प्रबंधकों के लिए अवसर सीमित हो जाते हैं। नए नियमों के तहत पीएफएम आईपीओ के साथ फॉलो-ऑन सार्वजनिक पेशकश, बिक्री पेशकश में निवेश कर सकेंगे।

बड़ी कंपनियों में होगा निवेश

पीएफआरडीए ने आईपीओ में पेंशन फंड के आंशिक निवेश की अनुमति भले दे दी है लेकिन वह शेयर बाजार को लेकर बेहद सतर्क है। पीएफआरडीए की अधिसूचना के मुताबिक पेंशन फंड का पैसा उन्हीं कंपनियों के आईपीओ में लगेगा जिनका बाजार पूंजीकरण 21415 करोड़ रुपये है। इससे अलावा बाजार पूंजीकरण का आकलन आईपीओ के न्यूनतम मूल्य दायरा के आधार पर होगा।

अंशधारकों को होगा लाभ

एनपीएस में तय ब्याज नहीं मिलता है और इसका रिटर्न बाजार से जुड़ा होता है। ऐसे में जो अंशधारक सीधे शेयरों में निवेश करने से डरते हैं वह एनपीएस के जरिये आईपीओ का लाभ ले सकते हैं। पिछले एक साल में 38 आईपीओ बाजार में आए हैं और इनमें से 34 का भाव सूचीबद्धता की कीमत से अधिक है। यही वजह है कि पीएफआरडीए के लिए भी अपने अंशधारकों के लिए यह फायदे का सौदा लगता है।

टैक्स छूट से घट जाता है जोखिम

एनपीएस में निवेश पर 50 हजार रुपये की अतिरिक्त टैक्स छूट मिलती है। यह छूट धारा 80सी के तहत मिलने वाली 1.50 लाख रुपये की छूट के अतिरिक्त है। टैक्स सलाहकार के.सी.गोदुगा का कहना है कि एफडी पर ब्याज दरें निम्नतम स्तर हैं। ऐसे में एनपीएस छोटे निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प है। उनका कहना है कि एनपीएस के जरिये शेयरों में निवेश पर जो जोखिम होता है उसे टैक्स छूट बहुत हद तक कम कर देती है।

पेंशन की पूरी रकम निकालने की मंजूरी

पीएफआरडीए ने पेंशन कोष की राशि पांच लाख रुपये से कम होने की स्थिति में अंशधारकों को बिना कोई पेंशन प्लान (एन्यूटी) खरीदे समूची राशि निकालने की अनुमति दे दी है। इसके पहले राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के ग्राहकों को सेवानिवृति के समय अथवा 60 साल की आयु पूरी होने पर दो लाख रुपये का पेंशन कोष होने की स्थिति में बीमा कंपनियों द्वारा पेश की जाने वाली पेंशन योजना को खरीदना होता था और शेष 60 प्रतिशत राशि की निकासी की अनुमति थी।

समय पूर्व 2.5 गुना निकाल सकेंगे

पेंशन नियामक ने एनपीएस से समय पूर्व निकासी सीमा को ढ़ाई गुना बढ़ा दिया है। इसके पहले एनपीएस के तहत समय पूर्व निकासी सीमा एक लाख रुपये थी। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संकट में वित्तीय मुश्किलों को देखते हुए समय पूर्व निकासी सीमा में वृद्धि एक बड़ी राहत देने वाला फैसला है। इसके अलावा नियामक ने एनपीएस में प्रवेश करने की अधिकतम आयु को भी 65 साल से बढ़ाकर 70 साल कर दिया है जबकि बाहर निकलने की आयु सीमा को 75 साल कर दिया गया है।

 जानें Hindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।

ऐप पर पढ़ें