निर्मला सीतारमण ने स्वास्थ्य, रिसर्च और मानव संसाधन पर दिया जोर, 6 पिलर पर खड़ा है देश का बजट
वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट में स्वास्थ्य एवं देखभाल, वित्तीय पूंजी एवं बुनियादी ढ़ांचा , आकांक्षी भारत के लिए समग्र विकास, मानव संसाधन विकास, अनुसंधान एवं नवाचार और न्यूनतम सरकार-अधिकतम शासन पर जोर...
वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट में स्वास्थ्य एवं देखभाल, वित्तीय पूंजी एवं बुनियादी ढ़ांचा , आकांक्षी भारत के लिए समग्र विकास, मानव संसाधन विकास, अनुसंधान एवं नवाचार और न्यूनतम सरकार-अधिकतम शासन पर जोर दिया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश करते हुए कहा कि यह छह स्तंभों पर आधारित है जिनमें स्वास्थ्य एवं देखभाल, वित्त पूंजी एवं बुनियादी ढ़ांचा, आकांक्षी भारत में समग्र विकास, मानव संसाधन का विकास, नवाचार एवं अनुसंधान और न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन शामिल है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं में बुनियादी ढ़ांचे में निवेश करने से स्थिरता आयेगी। इसके लिए बचाव, निदान और देखभाल पर जोर दिया जाएगा। केंद्र सरकार अगले छह वर्ष के लिए 64 हजार 180 करोड रुपए की योजना शुरू करेगी जो स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली, निदान केंद्रों के विकास और उभरती बीमारियों से निपटने के प्रयासों पर केंद्रित होगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में शोरगुल के बीच सोमवार को केंद्रीय बजट 2021-22 लोकसभा में पेश किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए जैसे ही सीतारमण को वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश करने के लिए पुकारा तो सदन में शोर शराबा आरंभ हो गया। इससे पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को आम बजट 2021 -22 को मंजूरी दे दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संसद भवन परिसर में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की गयी जिसमें वित्त वर्ष 2021-22 का अनुमोदन किया गया। निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट मंत्रिमंडल के समक्ष रखा। इससे पहले उन्होंने वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट की एक डिजीटल प्रति राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपी और राष्ट्रपति से आम बजट पेश करने की मंजूरी ली।
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