म्यूचुअल फंड से बाजार में चार गुना निवेश बढ़ा, 39,500 करोड़ रुपये का हुआ निवेश
म्यूचुअल फंड कंपनियों की ओर से शेयर बाजार में निवेश चार गुना बढ़ गया है। वर्ष 2020 की पहली छमाही में शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से करीब 39,500 करोड़ रुपये का निवेश किया। यह एक साल पहले की समान अवधि...
म्यूचुअल फंड कंपनियों की ओर से शेयर बाजार में निवेश चार गुना बढ़ गया है। वर्ष 2020 की पहली छमाही में शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से करीब 39,500 करोड़ रुपये का निवेश किया। यह एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले करीब चार गुना अधिक है।
शेयर बाजारों में बड़े उतार-चढ़ाव की वजह से यह निवेशकों के लिए निवेश का एक अच्छा अवसर है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी से बाजार में बड़ी गिरावट आई थी। हालांकि, बीते तीन महीने में बाजार करीब 40 फीसदी चला है लेकिन फिर भी अपने उच्चतम स्तर से काफी पीछे है। विशेषज्ञों ने कहा कि सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) के इक्विटी कोषों में सतत प्रवाह से कोष प्रबंधकों के पास गुणवत्ता वाली कंपनियों में लिवाली के लिए पर्याप्त पूंजी उपलब्ध है।
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सेबी के आंकड़ों के अनुसार कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड कंपनियों द्वारा जनवरी-जून, 2020 के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 39,478 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। यह आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि में 8,735 करोड़ रुपये रहा था। इसमें से अकेले 30,000 करोड़ रुपये का निवेश मार्च में हुआ। उस समय शेयर बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली का सिलसिला चला था।
मार्च महीने में सबसे अधिक निवेश
आंकड़ों के अनुसार, म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस साल जनवरी में शेयरों में 1,384 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया। फरवरी में 9,863 करोड़ रुपये और मार्च में 30,285 करोड़ रुपये का निवेश किया। वहीं अप्रैल में उन्होंने 7,965 करोड़ रुपये की निकासी की। इसके बाद मई में उन्होंने फिर 6,522 करोड़ रुपये का निवेश किया। जून में उन्होंने 612 करोड़ रुपये की निकासी की।
निवेश का अच्छा अवसर मिला
मॉर्निंगस्टार इंडिया के निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव और करेक्शन की वजह से निवेशकों को निवेश का अच्छा अवसर मिला। उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बावजूद इस साल इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड में अच्छा निवेश देखने को मिला है। यह दर्शाता है कि निवेशक अब परिपक्व हो गया है और वह 'करेक्शन को जोखिम नहीं बल्कि अवसर के रूप में देखता है। उन्होंने कहा कि कोषों में अच्छे प्रवाह और आकर्षक मूल्यांकन की वजह से म्यूचुअल फंड कंपनियां बाजार में अधिक निवेश कर पाई हैं। उन्होंने निवेश के इस अवसर का लाभ उठाया है।
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