रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि रिलायंस नई ई-कॉमर्स कंपनी लाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि भारत को अब डेटा पर दूसरे देशों के कब्जे को खत्म करने के लिए अभियान छेड़ने की जरूरत है।
नौवें वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में अंबानी ने कहा कि जियो और रिलायंस रिटेल मिलकर एक नया वाणिज्य मंच शुरू करेंगे जो गुजरात के 12 लाख छोटे दुकानदारों को सशक्त करेगा। यह भारत के तीन करोड़ व्यापरियों के समुदाय का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि गांधी जी की अगुवाई में भारत ने राजनीतिक औपनिवेशीकरण के खिलाफ अभियान चलाया। अब हमें आंकड़ों के औपनिवेशीकरण के खिलाफ सामूहिक तौर पर अभियान छेड़ने की जरूरत है। नए विश्व में डेटा नई संपत्ति है।
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उन्होंने कहा, भारतीय आंकड़े भारत के लोगों के पास होने चाहिए, न कि कॉरपोरेट्स के पास खासकर वैश्विक कॉरपोरेशनों के पास। उन्होंने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज गुजरात में अगले 10 साल में तीन लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। पिछले दशक की तुलना में रिलायंस आने वाले दस साल में अपने निवेश और रोजगार की संख्या को दोगुना करेगा। इसके अलावा रिलायंस फाउंडेशन गुजरात में पंडित दीनदयाल विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए 150 करोड़ रुपये का भी निवेश करेगा।
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जियो 5जी सेवा के लिए तैयार
अंबानी ने कहा कि जियो का नेटवर्क 5जी सेवाओं के लिए तैयार है। इसलिए अब उसकी दूरसंचार इकाई और खुदरा कारोबार इकाई मिलकर एक नया वाणिज्यक मंच तैयार करेगी जो छोटे खुदरा व्यापारियों, दुकानदारों और ग्राहकों को आपस में जोड़ेगा।
पेट्रोकेमिकल का उत्पादन बढ़ाएंगे
उन्होंने कहा कि जामनगर स्थित कंपनी की दोनों रिफाइनरियां अब ईंधन का कम और पेट्रोकेमिकल जैसे मूल्य वर्द्धित उत्पादों का अधिक उत्पादन करेंगी, क्योंकि दुनिया अब इलेक्ट्रिक वाहन की ओर बढ़ रही है।