कोरोना वायरस के हाथों में ही रहेगी बाजार की लगाम, बना रहेगा दबाव: विश्लेषक
कोरोना वायरस के संक्रमण तथा इसके रोकथाम के उपायों का असर इस सप्ताह भी बाजार पर हावी रहेगा। विश्लेषकों के अनुसार, अर्थव्यवस्था पर इसके पड़ सकने वाले असर का दबाव बाजार पर बने रहने का अनुमान है। ...
कोरोना वायरस के संक्रमण तथा इसके रोकथाम के उपायों का असर इस सप्ताह भी बाजार पर हावी रहेगा। विश्लेषकों के अनुसार, अर्थव्यवस्था पर इसके पड़ सकने वाले असर का दबाव बाजार पर बने रहने का अनुमान है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''बाजार का ध्यान इस बात पर लगा रहेगा कि कोरोना वायरस का संक्रमण और बढ़ता है या फिर कुछ धीमा पड़ता है। इसके साथ ही निवेशकों की निगाहें राहत पैकेज के साथ ही रिजर्व बैंक और सरकार के समन्वित प्रयासों पर भी लगी रहेंगी।
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पिछले सप्ताह उठापटक के बाद सेंसेक्स में 4,187.52 अंक यानी 12.27 प्रतिशत और निफ्टी में 1,209.75 अंक यानी 12.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। पूरे सप्ताह गिरावट में रहने के बाद शुक्रवार को बाजार में कुछ राहत देखने को मिली। शुक्रवार को सेंसेक्स 1,627.73 अंक यानी 5.75 प्रतिशत की तेजी के साथ 29,915.96 अंक पर बंद हुआ।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ''इस सप्ताह फिर से भारतीय शेयर सूचकांकों में तेज गिरावट रही। आलोच्य सप्ताह के दौरान अक्टूबर 2008 के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट देखने को मिली। भारत तथा पूरे विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धि का असर बाजार पर जारी रहने का अनुमान है।
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ट्रेडिंगबेल्स के वरिष्ठ विश्लेषक संतोष मीणा ने कहा, ''हम आसानी से यह कह सकते हैं कि हम सदी के सबसे अनिश्चित समय में हैं। अभी बाजार की आगे की गति आने वाले समय में अमेरिका, यूरोप और भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की स्थिति पर पूरी तरह से निर्भर है। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, ''कहने की जरूरत नहीं कि वैश्विक संकेत और कोरोना वायरस के मोर्चे पर होने वाली गतिविधियों से आने वाले समय में बाजार की चाल तय होगी।
आज शेयर बाजार में होगा सामान्य कारोबार
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) तथा शेयर बाजारों के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि सोमवार को बाजार के हर खंड में कामकाज सामान्य रूप से चलेगा। बाज़ारों के प्रबंधन तंत्र और विनियामक सेबी ने इस सुझाव को अस्वीकार किया है कि कोरोना वायरस से उत्पन्न संकट को देखते हुए अभी बाजार में कामकाज कुछ कम रखा जाए। बीएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी आशीष कुमार चौहान ने कहा कि सोमवार को बाजार के सभी खंडों में कामकाज सामान्य रूप से संचालित किया जाएगा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने भी एक बयान में कहा कि बाजार में सोमवार को सभी खंडों में सामान्य रूप से कारोबार होगा। इस विषय में जब सेबी से संपर्क किया गया तो उसके प्रवक्ता ने भी कहा कि सोमवार को शेयर बाजार के सभी खंडों में कामकाज सामान्य रूप से जारी रखा जाएगा। कोरोना वायरस के कारण देश की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले मुंबई शहर में सरकार ने लोगों की आवाजाही पर कई तरह की पाबंदियां लगा रखी हैं। इस बीच शेयर बाजारों ने ब्रोकरों को घर से काम करने की मंजूरी दे दी है। यह पहला मौका है जब ब्रोकरों को घर से काम करने की मंजूरी मिली है।
44 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डूबी
कोरोना का कहर देश के शेयर बाजार पर सबसे अधिक देखने को मिला है। इस साल जनवरी के मध्य में शुरू हुई इस महामारी से बीएसई 500 की सूची में शामिल कंपनियों की 44 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डूब गई है। अपने सर्वोच्च स्तर पर इनका बाजार पूंजीकरण 150 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक था।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार की मौजूदा गिरावट वर्ष 2008 की वैश्विक मंदी में आई गिरावट से भी अधिक है। मौजूदा समय में करीब दो माह में भी बाजार पूंजीकरण में 35 फीसदी से अधिक गिरावट आ चुकी है। जबकि वर्ष 2008 में बीएसई 500 सूचकांक में 21 फीसदी गिरावट आई थी और निवेशकों के 41.91 लाख करोड़ रुपये डूब गए थे। बीएसई 500 सूचकांक में शामिल करीब 58 फीसदी कंपनियों के शेयर अपने शीर्ष से 30 फीसदी तक नीचे पहुंच गए हैं।
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