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बीमा कंपनियां फंसाने लगी प्रतिक्षा अवधि का पेच, कोरोना मरीजों को हो रही है परेशानी

कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों को नई स्वास्थ्य बीमा या जीवन बीमा पॉलिसी देने में बीमा कंपनियां प्रतिक्षा अवधि का पेच फंसाने लगी है। बीमा कंपनियां कोविड-19 से उबर चुके मरीज को नई हेल्थ पॉलिसी...

बीमा कंपनियां फंसाने लगी प्रतिक्षा अवधि का पेच, कोरोना मरीजों को हो रही है परेशानी
Sheetal Tanwar हिन्दुस्तान ब्यूरो,नई दिल्ली Tue, 27 Apr 2021 12:07 PM
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कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों को नई स्वास्थ्य बीमा या जीवन बीमा पॉलिसी देने में बीमा कंपनियां प्रतिक्षा अवधि का पेच फंसाने लगी है।

बीमा कंपनियां कोविड-19 से उबर चुके मरीज को नई हेल्थ पॉलिसी देने में एक से छह महीने का प्रतिक्षा अवधि (वेटिंग पीरियड) के लिए कह रही है। यानी कोरोना संक्रमण से उबर चुके मरीजों को नई पॉलिसी लेने के लिए 30 से 180 दिन का इंतजार करना होगा। इसके बाद ही वह नई पॉलिसी लेने के लिए पात्र हो पाएंगे।
 

इसलिए कंपनियां पॉलिसी देने से हिचक रही

पॉलिसी बाजार डॉट कॉम में हेल्थ इंश्योरेंस हेड अमित छाबड़ा ने हिन्दुस्तान को बताया कि कोविड-19 के नए स्ट्रेन का लंबी अवधि में उस व्यक्ति पर क्या असर होगा इसका आकलन करना अभी मुश्किल है। ऐसे में अधिकांश बीमा कंपनियां कोविड से उबर चुके मरीज को बीमा कवर मुहैया कराने में अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। इसलिए बीमा कंपनियां तीन से छह महीने तक का कूलिंग पीरियड रख रही है। इसका मतलब है कि कोई भी कोरोना संक्रमण से उबर चुका मरीज को नई हेल्थ पॉलिसी लेने के लिए तीन से छह महीने तक का इंतजार करना पड़ सकता है।

अतिरिक्त जांच कराने का भी निर्देश

बीमा क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि जिस तरह कोविड संक्रमण से लोगों की जान जा रही है उसको देखते बीमा कंपनियां संक्रमण से उबर चुके लोगों को अतिरिक्त जांच भी कराने को कह रही है। बीमा कंपनियां आवेदक का स्वास्थ्य जोखिम आंकलन करने के लिए अतिरिक्त टेस्ट कराने को कह रही हैं। पिछले कुछ वक्त में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब कोरोना वायरस संक्रमण से उबर जाने के बाद भी लोगों में कई तरह की समस्या देखी जा रही है। इसको देखते हु बीमा कंपनियां एहतियात बरत रही है।

क्यों पड़ी प्रतिक्षा अवधि की जरूरत

बीमा विशेषज्ञों का कहना है कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद भी किसी व्यक्ति में कई तरह के मेडिकल कॉम्प्लिकेशंस हो सकते हैं। अगर बीमा कंपनी इस तरह के जोखिम वाले पॉलिसी आवेदन को स्वीकार करने लगे तो उनके लिए दावे का भुगतान करते वक्त काफी दिक्कत हो सकती है। इस वजह से बीमा कंपनियां अब पॉलिसी खरीदने के नए आवेदन से पहले प्रतिक्षा अवधि और जांच कराने को कह रही हैं।

बिना इंतजार नई पॉलिसी लेना फायदेमंद

बीमा विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप अभी तक कोरोना से संक्रमित नहीं हुए हैं और नई स्वास्थ्य बीमा लेने की सोच रहे हैं तो बिल्कुल इंतजार नहीं करें। बिना देरी नई पॉलिसी खरीद लें। उसके बाद अगर आप संक्रमित होते भी हैं तो आपको लाभ लेने के लिए प्रतिक्षा करने की जरूरत नहीं होगी।

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