ऑनलाइन फ्रॉड से बचाएगा 100 टुकड़ों वाला इमेज पासवर्ड, अपनी किसी भी फोटो को बना सकेंगे Password
बैंक खाता से लेकर बिजनेस डील और परिवार की निजी जानकारी से लेकर भविष्य की योजनाएं, आज सब ऑनलाइन हैं। इनका पासवर्ड हैक होने का मतलब पैसा, इज्जत और भविष्य सब खत्म। इमेज पासवर्ड को हैक करना नामुमकिन है।

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बैंक खाता से लेकर बिजनेस डील और परिवार की निजी जानकारी से लेकर भविष्य की योजनाएं, आज सब ऑनलाइन हैं। इनका पासवर्ड हैक होने का मतलब पैसा, इज्जत और भविष्य सब खत्म। हालांकि, अब ऑनलाइन फ्रॉड इतना आसान नहीं होगा। शहर के एक युवा वैज्ञानिक डॉ. वरुण शुक्ला ने 100 टुकड़ों वाला इमेज पासवर्ड विकसित किया है, जिसे हैक करना नामुमकिन है। इस खोज को स्विट्जरलैंड के जर्नल स्प्रिंजल ने नोट्स इन नेटवर्क्स एंड सिस्टम्स में प्रकाशित किया है। वहीं इस तकनीक को यूनिवर्सिटी ऑफ माल्टा और एनआईटी रायपुर के विशेषज्ञों ने भी सराहा है।
प्रणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (पीएसआईटी) में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. वरुण शुक्ला लगातार साइबर सुरक्षा पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन का चलन बढ़ने से किसी भी व्यक्ति की आर्थिक और सभी व्यक्तिगत जानकारी भी ईमेल या अन्य ऑनलाइन माध्यम में सुरक्षित रहती हैं। ऐसे में हैकिंग का मतलब बड़ा नुकसान। वर्तमान में जिस तरह हैकिंग बढ़ रही है, उसमें किसी भी तरह के पासवर्ड सुरक्षित नहीं हैं। इससे निजात पाने के लिए इमेज पासवर्ड विकसित किया है।
ऐसे करेगा काम
इमेज पासवर्ड का इस्तेमाल करने के लिए पहली बार लॉग-इन के बाद पासवर्ड किसी इमेज को बनाना होगा। इसके बाज जब भी आप लॉग-इन करेंगे, तो यह इमेज 5 से 100 टुकड़ों में प्रदर्शित होगी। सही इमेज बनाने पर ही मेल या अन्य ऑनलाइन सिस्टम शुरू होगा। इस इमेज को बनाने के लिए समय भी निर्धारित होगा। ऐसे में हैकर्स के लिए इसे तोड़ पाना आसान नहीं होगा। जो इमेज को पहचानता है, उसके लिए बनाना आसान होगा। इमेज पासवर्ड को लगातार बदला भी जा सकेगा।
पेटेंट को करेंगे आवेदन
डॉ. वरुण शुक्ला ने बताया कि इमेज पासवर्ड को विशेषज्ञ काफी पसंद कर रहे हैं। कई बड़ी यूनिवर्सिटी व तकनीकी संस्थानों ने इसे लागू करने के लिए पहल भी की है। डॉ. शुक्ला ने बताया कि जल्द इस तकनीक के पेटेंट के लिए आवेदन किया जाएगा।