ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News BusinessIIT Guwahati collaborates with Hester Biosciences to develop COVID 19 vaccine

कोरोना वैक्सीन तैयार करने के लिए IIT और हेस्टर ने मिलाया हाथ

कोविड-19 के खात्मे को लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक उपाय ढूढ़ने में लगे हैं। अलग-अलग देशों में वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में दिन-रात जुटे हुए हैं, पर अभी तक सफलता नहीं मिली है। इस बीच भारत...

कोरोना वैक्सीन तैयार करने के लिए IIT और हेस्टर ने मिलाया हाथ
एजेंसी,नई दिल्लीWed, 29 Apr 2020 02:28 PM
ऐप पर पढ़ें

कोविड-19 के खात्मे को लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक उपाय ढूढ़ने में लगे हैं। अलग-अलग देशों में वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में दिन-रात जुटे हुए हैं, पर अभी तक सफलता नहीं मिली है। इस बीच भारत में भी कोविड-19 वैक्सीन बनाने के प्रयास तेज हो गए हैं। अहमदाबाद की दवा कंपनी हेस्टर बायोसाइंसेज ने बुधवार को कहा कि उसने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी (आईआईटीजी) के साथ मिलकर COVID-19 का टीका विकसित करेगा।

यह भी पढ़ें: कोरोना के 10 लाख केस का ट्रंप ने किया बचाव,'ज्यादा टेस्टिंग है वजह'

इसके लिए दोनों संगठनों के बीच 15 अप्रैल 2020 को समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। कंपनी ने कहा है कि यह टीका पुनः संयोजक एवियन पैरामाइक्सोवायरस आधारित वेक्टर प्लेटफॉर्म पर आधारित होगा।हेस्टर बायोसाइंसेस के सीईओ और एमडी राजीव गांधी ने कहा, "आईआईटी गुवाहाटी और हेस्टर दोनों मिलकर कोविड​​-19 को खत्म करने के लिए एक वैक्सीन को विकसित करने और इसे बनाने में एक दूसरे को सहयोग करेंगे। हेस्टर की भागीदारी मास्टर सीड के विकास से लेकर कामर्शियल रूप में वैक्सीन जारी करने तक होगी।"

यह भी पढ़ें: कोरोना पर रोंगटे खड़े कर देने वाली जानकारी, हर साल वायरस की वापसी?

बयान के मुताबिक रीकॉम्बिनेंट एवियन पैरामिक्सोवायरस-1 का उपयोग 'सार्स-कोव-2 के एक इम्यूनॉजिक (शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को जगाने वाले) प्रोटीन के तौर पर किया जाएगा। बाद में इसका उपयोग आगे के अध्ययन के लिए किया जा सकता है।  इस बारे में हेस्टर बायोसाइंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजीव गांधी ने कहा, '' कंपनी और आईआईटी-गुवाहाटी मिलकर कोरोना वायरस बीमारी से लड़ने के लिए एक रीकॉम्बिनेंट टीका विकसित करेंगे। इसका विनिर्माण एक रक्षोपाय के तौर पर किया जाएगा। हेस्टर टीके के विकसित करने के शुरूआती चरण से लेकर इसके वाणिज्यिक स्तर पर जारी होने तक काम करेगी। इस टीके की क्षमता के बारे में आईआईटी गुवाहाटी के जैवशास्त्र और जैवप्रौद्योगिकी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर सचिन कुमार ने कहा कि इस पर कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। वह अनुसंधान टीम के प्रमुख होंगे।

यह भी पढ़ें: बॉलीवुड स्टार इरफान खान नहीं रहे, न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से थे पीड़ित

बता दें दुनिया भर में  3,138,413 लोगों को को बीमार करने वाला कोरोना अब तक 217,985 लोगों की जान ले चुका है। भारत में भी पिछले 12 घंटे में कोरोना वायरस के 1358 नए मामले सामने आए हैं, वहीं सबसे अधिक 70 लोगों की मौत हो गई है। बुधवार को जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 31332 हो गई है। वहीं, इस खतरनाक कोविड-19 महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 1007 पहुंच गया है। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें