Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़If You Want Economic Stability Use Investment Thumb Rule advice

आर्थिक रूप से मजबूत बनना है, तो निवेश में अपनाएं ये 'थंब रूल' सलाह

हर व्यक्ति अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत करता है। इसके बावजूद, हर व्यक्ति आर्थिक सम्पन्नता का सुख नहीं उठा पाता है। वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी मुख्य वजह है निवेश के...

आर्थिक रूप से मजबूत बनना है, तो निवेश में अपनाएं ये 'थंब रूल' सलाह
हिटी नई दिल्लीMon, 10 June 2019 05:57 AM
हमें फॉलो करें

हर व्यक्ति अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत करता है। इसके बावजूद, हर व्यक्ति आर्थिक सम्पन्नता का सुख नहीं उठा पाता है। वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी मुख्य वजह है निवेश के लिए सही वित्तीय योजना (‘थंब रूल’) की जानकारी नहीं होना।

आमतौर पर हर व्यक्ति अपनी आय में से कुछ न कुछ बचत कर कहीं न कहीं निवेश करता है। लेकिन अधिकांश लोगों को निवेश करने का सही माध्यम पता नहीं होता है। वह दोस्तों, रिश्तेदारों के कहे अनुसार निवेश कर देता है लेकिन अच्छे रिटर्न पाने से चूक जाता है। ऐसे में वह अपने बड़े वित्तीय खर्चों जैसे बेटी की शादी, बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए कर्ज लेने पर मजबूर हो जाता है। यह उसको आर्थिक रूप से कमजोर बना देता है। जानकारों का कहना है कि अगर आर्थिक रूप से मजबूत बनना है तो निवेश के कुछ बुनियादी सिद्धांत को हर किसी को मानना चाहिए। 

आय का 30 फीसदी बचत करना जरूरी
हर किसी को अपने मासिक आय का कम से कम 30 फीसदी बचत करनी चाहिए। अगर आप नौकरी पेशा या कारोबार करते हैं तो भविष्य निधि या टीडीएस जैसे कटौती के बाद जो पैसा मिला है उसे शुद्ध वेतन के रूप में गणना करनी चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आपकी मासिक आय पचास हजार रुपये है और कर टैक्स और पीएफ काटने के बाद आपका घरेलू वेतन 40 हजार रुपये है, तो आपको कम से कम 12 हजार रुपये प्रति माह बचत कर निवेश करना चाहिए। 

बचत खाते में कितना पैसा रखें 
अगर आपके घर का बजट 30,000 रुपये रुपए प्रति माह है तो आपको अपने बचत खाते में 90 हजार रुपये से अधिक राशि नहीं होनी चाहिए। याद रखें कि आम तौर पर बचत बैंक खाते में जमा रकम पर 4 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है तो महंगाई से पार पाने के लिए पर्याप्त नहीं होता है।

इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश का गणित 
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश का थंब रूल है 100 में से अपनी उम्र को घटाएं। उदाहरण के लिए, अगर आपकी उम्र 30 साल है, तो आप इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं के माध्यम से अपनी बचत का 70 फीसदी (100-30) तक इक्विटी में निवेश कर सकते हैं। इसी तरह, यदि आपकी वर्तमान उम्र 60 साल है, तो इक्विटी उन्मुख योजनाओं में आपकी बचत का 40 फीसदी से अधिक (100-60) निवेश नहीं करना चाहिए।

आय के अनुसार इस तरह निवेश करें 
आयु             निवेश माध्यम
30 साल         इक्विटी म्यूचुअल फंड में 70 फीसदी तक निवेश, सोने में 10 फीसदी और 20 फीसदी सावधि  जमा, पीपीएफ, आरडी आदि में। 

40 साल         इक्विटी म्यूचुअल फंड में 60 फीसदी तक निवेश, सोने में 10 फीसदी और 30 फीसदी सावधि  जमा, पीपीएफ, आरडी आदि में। 

50 साल         इक्विटी म्यूचुअल फंड में 50 फीसदी, सोने में 10 फीसदी और शेष 40 फीसदी डेट में 

एक एसआईपी में निवेश करना गलत 
अगर आपकी महीने में बचत 25 हजार रुपये है तो सभी रकम को एक ही एसआईपी में निवेश करना गलत फैसला होगा। आप कम से कम पांच एसआईपी में निवेश करें। इससे यह फायदा मिलेगा कि अगर कोई एक एसआईपी बेहतर रिटर्न नहीं दे रहा होगा तो उसकी भरपाई दूसरे से हो जाएगी। वहीं एक में ही निवेश करने के बाद आपके पास यह विकल्प नहीं होगा।

निवेश में सोने का भाग
सोने के लिए आदर्श निवेश आपके वित्तीय पोर्टफोलियो का लगभग 10 फीसदी होना चाहिए। वित्तीय पोर्टफोलियो में सावधि जमा (एफडी), पोस्ट ऑफिस स्कीम, रेकरिंग डिपॉजिट, बॉन्ड और शेयर आदि शामिल करें। अगर आपका वित्तीय पोर्टफोलियो 50 लाख रुपये है तो आपको अधिकतम 5 लाख रुपये गोल्ड म्यूचुअल फंड और गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना चाहिए। गोल्ड ईटीएफ या गोल्ड म्यूचुअल भौतिक सोना खरीदने से बेहतर है। वहीं, अगर आपका मौजूदा निवेश आपके वित्तीय पोर्टफोलियो का 10 फीसदी से अधिक है, तो कम से कम सोने में कोई नया निवेश नहीं करना चाहिए।

जीवन बीमा कवर कितना होना चाहिए?
जीवन बीमा कवरेज राशि के लिए थंब रूल यह है की वह आपकी वार्षिक आय का कम से कम सात गुना होना चाहिए। अगर आपका वार्षिक वेतन पैकेज 8 लाख रुपये  है, तो एक या उससे अधिक लाइफ इंश्योरेंस प्लान जैसे टर्म प्लान, यूएलआईपी (यूलिप) और ट्रेडिशनल योजनाओं मिलकर कवर कम से कम 50 लाख रुपये का जरूर होना चाहिए।

स्वास्थ्य बीमा कवर कितना प्रर्याप्त
अगर आप सिंगल है और कोई आश्रित नहीं है तो आपके लिए 2 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवरेज पर्याप्त है। हालांकि, बच्चों के साथ या बच्चों के बिना किसी भी जोड़े के लिए, स्वास्थ्य बीमा न्यूनतम कवरेज 5 लाख रुपये का होना चाहिए। अगर माता-पिता भी जीवित हैं और आप पर निर्भर हैं तो आपको 10 लाख रुपये का फॅमिली फ्लोटर प्लान लेना होगा।

पोर्टफोलियो की कितनी बार समीक्षा करें?
पोर्टफोलियो की समीक्षा करने का थंब रूल यह है की अगर आपका पोर्टफोलियो 50 लाख रुपये  से अधिक है तो आप हर 3 महीनों में समीक्षा करें। अगर पोर्टफोलियो 50 लाख रुपये से कम है तो आप साल में दो बार अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा कर सकते हैं।

 जानें Hindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।

ऐप पर पढ़ें