अपने फोन को न करें स्विच ऑफ वरना खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट
एक तरफ सरकार लगातार डिजिटल इंडिया को प्रमोट कर लोगों को डिजिटल लेनदेन बढ़ाने को कह रही है। तो वहीं दूसरी ओर डिजिटल ट्रांजैक्शन से होनेवाले फ्राड में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। आपको बता दें कि अभी...
एक तरफ सरकार लगातार डिजिटल इंडिया को प्रमोट कर लोगों को डिजिटल लेनदेन बढ़ाने को कह रही है। तो वहीं दूसरी ओर डिजिटल ट्रांजैक्शन से होनेवाले फ्राड में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले पुणे में ऐसे एक शख्स को शिकार बनाया गया और जैसे ही उसने अपना मोबाइल बंद किया, उसके खाते से 93,000 रुपए की रकम निकाल ली गई। इसलिए अगर आपके पास भी कोई ऐसा फोन आता है जिसमें कहा जाता है कि आप अपना फोन कुछ देर के लिए बंद कर दें तो तुरंत सावधान हो जाएं। आप हैकर्स के निशाने पर आ चुके हैं।
फोन बंद कराकर ऐसे करते हैं खाते को खाली
केवल पुणे में ही नहीं बल्कि सिम स्वैप के जरिए ऐसे फ्राड देशभर में बढ़तेजा रहे हैं। दरअसल ऐसे हैकर्स टेलिकॉम कंपनी के एक्जक्यूटिव बनकर कॉल करते हैं। फिर हैकर्स फोन में आने वाली कॉल ड्रॉप की समस्या या इंटरनेट स्पीड बढ़ाने को लेकर बात को आगे बढ़ाते है। फिर वो बड़ी चालाकी से सिम का 20 डिजिट का यूनिक नंबर मांगने की कोशिश करते है। सिम का यूनिक नंबर मिलने के बाद स्मार्टफोन में 1 प्रेस करने को कहते हैं। ऐसा करने से उसे ऑथेन्टिकेशन मिल जाती है और आपका सिम स्वैप हो जाता है। इसके बाद आपके सिम पर आने वाले सारे मैसेज हैकर्स के पास चले जाते हैं और आपको इसके बारे में कुछ पता भी नही चलता है।
ऐसे होता है खेल
जब आप हैकर्स से बात कर रहे होते हैं तो हैकर्स आपके सिम का नया रजिस्ट्रेशन जेनरेट कर लेते हैं। जैसे ही नया सिम जेनरेट होता है, आपके फोन से सिग्नल गायब हो जाता है और आपका फोन बंद हो जाता है। जबकि हैकर्स द्वारा हैक किया गया सिम एक्टिव हो जाता है। इसी सिम का इस्तेमाल कर हैकर्स आपके खाते से पैसे अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता है।
फोन को न करें बंद
दरअसल किसी भी हैकर्स को सिम स्वैपिंग के जरिए दूसरा सिम एक्टिवेट करने में 4 घंटे का वक्त लगता है। इसलिए वो बार-बार फोन कर परेशान करते हैं ताकि आप परेशान होकर अपना फोन बंद कर दें और वो आसानी से अपना काम कर आपके खाते को खाली कर सकें।