ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News Businessgst meeting ends with no result

जीएसटी संग्रह बढ़ाने पर बैठक बेनतीजा

माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की वसूली को और प्रभावी बनाने पर बनी कमेटी की पहली बैठक मंगलवार को बेनतीजा रही। नई बैठक अगले हफ्ते के लिए प्रस्तावित है। मंगलवार की बैठक में कमेटी ने जीएसटी के मौजूदा हालात का...

जीएसटी संग्रह बढ़ाने पर बैठक बेनतीजा
नई दिल्ली, विशेष संवाददाताWed, 16 Oct 2019 04:48 AM
ऐप पर पढ़ें

माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की वसूली को और प्रभावी बनाने पर बनी कमेटी की पहली बैठक मंगलवार को बेनतीजा रही। नई बैठक अगले हफ्ते के लिए प्रस्तावित है। मंगलवार की बैठक में कमेटी ने जीएसटी के मौजूदा हालात का जायजा लिया। साथ ही इस बारे में चर्चा की गई कि कैसे जीएसटी संग्रह मे बढोत्तरी की जाए। 

दिनभर चली इस बैठक में बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु समेत 10 राज्यों से जीएसटी आय बढ़ाने को लेकर चर्चा की गई। पूरी चर्चा में जीएसटी चोरी की मॉडस ऑपरेंडी और उससे निपटने के सुझाव तलाशने पर जोर दिया गया। इस बैठक में पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री दफ्तर में राज्यों के मुख्य सचिव स्तर अधिकारियों के साथ हुई बैठक के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। 

प्रधानमंत्री दफ्तर में हुई चर्चा में राजस्व बढ़ाने को लेकर केंद्र और राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग की सलाह दी गई थी। बैठक में सरकार को जीएसटी इंटेलिजेंस की तरफ से मिली इनपुट टैक्स क्रेडिट चोरी को तरीकों के बारे में भी जानकारी दी गई साथ ही ये भी कहा गया कि राज्य और केंद्र दोनों के जीएसटी विभाग को ऐसे जीएसटी चोरों से सतर्क रहने की जरूरत है। 

नई कमेटी के अधिकारियों को एक ऐसी पुख्ता केंद्रीकृत व्यवस्था बनाने पर जोर देने को कहा गया है जिससे न सिर्फ केंद्र बल्कि राज्य स्तर पर भी फर्जी इनवाइस अपलोड करने वालों, फर्जी क्लेम लेने वालों और इनपुट टैक्स क्रेडिट की चोरी करने वालों के खिलाफ एक साथ एलर्ट भेजा जा सके। ताकि ये जीएसटी चोर एक बार पकड़े जाने पर दूसरे राज्य में सेंध न लगा सकें। 

इसके अलावा राज्य स्तर पर डाटा एनालिटिक्स का सिस्टम तैयार करने पर भी चर्चा की गई। बैठक में खास तौर पर छत्तीसगढ़ और देश के उत्तर पूर्व राज्यों में हुए जीएसटी रिटर्न फाइलिंग में आई तेज गिरावट पर भी चर्चा की गई। अगले हफ्ते होने वाली बैठक में सभी अधिकारी अपना अपना इनपुट तैयार करके आएंगे। बैठक में जीएसटीएन के अधिकारी भी शामिल रहेंगे ताकि मौजूदा सिस्टम में किसी भी तकनीकी बदलावों की व्यवहारिकता पर वो अपनी राय दे सकें। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें