अच्छी खबर : आईटी कंपनियों ने लॉकडाउन के बीच किया 23 करोड़ का निर्यात
लॉकडाउन के चलते चौतरफा आर्थिक निराशा के बीच देहरादून स्थित आईटी कम्पनियों ने 23 करोड़ रुपए का विदेशी निर्यात किया है। लॉकडाउन से कम्पनियों के पास स्कूल एप्लीकेशन बनाने से लेकर पब्लिकेशन तक का काम बढ़...

लॉकडाउन के चलते चौतरफा आर्थिक निराशा के बीच देहरादून स्थित आईटी कम्पनियों ने 23 करोड़ रुपए का विदेशी निर्यात किया है। लॉकडाउन से कम्पनियों के पास स्कूल एप्लीकेशन बनाने से लेकर पब्लिकेशन तक का काम बढ़ गया है।
देहरादून में आईटी पार्क में 13 आईटी कम्पनियां कार्यरत हैं। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के अधीन उक्त सभी कम्पनियां एक्सपोर्ट यूनिट हैं, जो मुख्य रूप से अमेरिका और यूरोप से काम लेती हैं। लॉकडाउन के चलते इस समय आईटी कम्पनियों का नब्बे फीसदी स्टॉफ अपने घर से ही काम कर रहा है। जिस कारण काम की रफ्तार बनी हुई है।
इस बीच सभी कम्पनियों ने करीब 23 करोड़ रुपए के एक्सपोर्ट बिल (20 मार्च से 30 अप्रैल के बीच हुए काम ) एसटीपीआई के सामने वैरिफिकेशन के लिए प्रस्तुत किए है। देहरादून में ज्यादातर कम्पनियां ई बुक्स, बैक ऑफिस मैनेजमेंट, कस्टमर रिलेशन, जीपीएस डाटा, वेब डेवलपमेंट पर काम करती हैं। जिनमें करीब 28 सौ कर्मी कार्यरत हैं। ई बुक्स कंम्पनियों के पास इन दिनों कोरोना से जुड़े कंटेंट का काम बढ़ गया है, स्कूल बंद होने से ऑनलाइन टीचिंग सॉल्यूशन का काम भी बढ़ गया है। इसके साथ ही उत्तराखंड में दो दर्जन से अधिक घरेलू आईटी कम्पनियां भी काम करती हैं। उक्त सभी कम्पनियों में वर्क फ्रॉम होम के दम पर काज की रफ्तार बरकरार है।
फिलहाल कोई दिक्कत नहीं
देहरादून स्थित आईटी कम्पनी साइनोटेक टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन के सीईओ उदित हांडा बताते हैं कि उन्होंने लॉकडाउन से पहले ही घर से ही काम की व्यवस्था लागू कर दी थी। इस कारण दिक्कत नहीं आई। देहरादून में आउटर के अलावा ज्यादातर जगह पर इंटरनेट स्पीड ठीक है। उदित हांडा बताते हैं कि फिलहाल काम बराबर आ रहा है, कोरोना से ज्यादा प्रभावित देशों में चल रहे कुछ प्रोजेक्ट में सुस्ती जरूर है, लेकिन आगे को लेकर सभी उम्मीदों से भरे हैं।
डॉ. ओंकार राय, महानिदेशक एसटीपीआई कहते हैं कि उत्तराखंड स्थित आईटी कम्पनियों ने लॉकडाउन अवधि में 309 सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट फार्म प्रस्तुत किए हैं, जिसमें कुल 22.90 करोड़ रुपए का एक्सपोर्ट दिखाया गया है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में उत्तराखंड से आईटी एक्सपोर्ट करीब 150 करोड़ रुपए का रहा था, जो छोटे से राज्य से अच्छी प्रगति है। एसटीपीआई कम्पनियों को चार महीने का किराया भी माफ कर चुका है।
प्रमुख आईटी कम्पनियां
एमपीएस लिमिटेड, आरएमएसआई प्राईवेट लिमिटेड, साइनोटेक टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन, ईवॉन टेक्नोलॉजी, स्मार्ट डाटा, ग्लोबल कंटेंट
आईटी निर्यात
देहरादून स्थित ज्यादातर आईटी कम्पनियां यूरोप के विभिन्न देशों को आईटी सेवाएं देती हैं। देहरादून में बैठे कर्मचारी इंटरनेट के माध्यम से सारा काम करते हैं, कंटेंट का आदान- प्रदान भी ऑनलाइन ही होता है। नोडल एजेंसी एसटीपीआई के मुताबिक उत्तराखंड में कुल आईटी निर्यात सालाना 12 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। राज्य का शैक्षिक और शांत माहौल आईटी कम्पनियों के लिए ज्यादा मुफीद माना जा रहा है।
आरके सुधांशु, सचिव आईटी, उत्तराखंड कहते हैं कि यहां आईटी सेवाओं को पहले ही दिन से आवश्यक सेवा में रखा गया है। प्रशासन को आईटी कम्पनियों के साथ बेहतर तरीके से तालमेल रखने को कहा गया है। जरूरी सुविधाएं भी दी जा रही हैं।
