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अक्षय तृतीया पर दूसरे साल सोना बेहाल, जानें घर बैठे कहां से खरीद सकते हैं गोल्ड

अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का का रिवाज है। देशभर में इस दिन सोने की जोरदार खरीदारी की जाती है लेकिन कोरोना महामारी ने लगातार दूसरे साल इस पर पानी फेर दिया है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण...

अक्षय तृतीया पर दूसरे साल सोना बेहाल, जानें घर बैठे कहां से खरीद सकते हैं गोल्ड
Sheetal Tanwar हिन्दुस्तान ब्यूरो, नई दिल्ली।Thu, 13 May 2021 12:20 PM
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अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का का रिवाज है। देशभर में इस दिन सोने की जोरदार खरीदारी की जाती है लेकिन कोरोना महामारी ने लगातार दूसरे साल इस पर पानी फेर दिया है।

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण देश के अधिकांश राज्यों में लॉकडाउन और नाइट कॉर्फ्यू लगा हुआ है। इसके चलते देशभर के 90 फीसदी ज्वैलरी बाजार बंद हैं। वहीं, जो गिनती के दुकान खुले हैं उसपर कोरोना महामारी के डर स ग्राहकों की जाने की उम्मीद बिल्कुल नहीं है। अखिल भारतीय रत्न और आभूषण परिषद (जीजेसी) के अध्यक्ष आशीष पेठे ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी का कहर पिछले साल के मुकाबले कई गुना अधिक है। इसके चलते ज्यादातर दुकान बंद हैं। यानी इस बार भी अक्षय तृतीय के अवसर पर कोरोबार बिल्कुल नहीं होगा। पिछले साल ऑनलाइन और फोन पर बुकिंग के जरिये थोड़ा ही सही सोने की बिक्री अक्षय तृतीया पर हुई थी।

पिछले साल से खराब स्थिति

पीएनजी ज्वैलर्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल ने बताया कि इस बार भी अक्षय तृतीया पर बिक्री न के बराबर रहेगी क्योंकि कोविड-19 का परिदृश्य पिछले साल के मुकाबले काफी खराब है। इस साल महामारी ने लागों के डरा दिया है। इससे उपभोक्ताओं का ओवरऑल सेंटिमेंट नकारात्मक हो गया है। अब टीकाकरण अभियान में तेजी आने औैर कोरोना के मामले घटने के बाद ही इस इडस्ट्री में मांग लौटने की उम्मीद है।

सोने-चांदी में निवेशक का शानदार मौका

इस साल सोना अपने उच्चतम स्तर से करीब 10 हजार रुपय सस्ता हो चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस अवसर का फायदा उठाकार निवेशक सोने में निवेश कर सकते हैं। सोना लंबी अवधि में एक बार फिर से शानदार रिटर्न देगा।

आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटीज एंड करेंसीज) अनुज गुप्ता के अनुसार, सोने में छोटी अवधि के लिए निवेश करने वाले निवेशक 47,900 प्रति दस ग्राम के लक्ष्य के लिए मौजूदा भाव पर खरीदारी कर सकते हैं। वहीं, रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष, सुगंधा सचदेवा ने बताया कि मिड टर्म में चांदी की कीमत 76,000 रुपये प्रति किलो औैर लंबी अवधि में 85,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है। वहीं, सोना मिड टर्म में 52,000 रुपये प्रति दस ग्राम और लंबी अवधि में 55 हजार से 60 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पहुंच सकता है।

घर बैठ इस तरह करें सोने की खरीदारी

अगर आप अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना चाहते हैं और लॉकडाउन के कारण दुकान पर जाने में सक्षम नहीं है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप इन तीन तरीकों से घर बैठे सोना खरीद सकते हैं।

1. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेशक को फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता। जहां तक शुद्धता की बात है तो इलेक्ट्रॉनिक रूप में होने के कारण इसकी शुद्धता पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता। इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा) वहीं लोन के लिए भी इसका उपयोग कर सकते हैं। इन बॉन्ड्स की अवधि 8 साल की होती है।

कहां से खरीदें

एसजीबी के हर आवेदन के साथ निवेशक को पैन जरूरी है। सभी कामर्शियल बैंक (आरआरबी, लघु वित्त बैंक और भुगतान बैंक को छोड़कर), डाकघर, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या सीधे एजेंटों के माध्यम से आवेदन प्राप्त करने और ग्राहकों को सभी सेवाएं प्रदान करने के लिए अधिकृत हैं।

2. डिजिटल गोल्ड

डिजटल गोल्ड खरीदने पर कंपनियां आपको घर पर सोना पहुंचाने की सुविधा देती हैं। कई ऐप यह सुविधा अब उपलब्ध करा रहे हैं। इसमें मात्रा तय होती है। उस तय मात्रा में आपके खाते में सोना हो जाने पर आप उसे घर मंगा सकते हैं। इसके बदले कंपनियां अतिरिक्त शुल्क वसूलती हैं। डिजिटल गोल्ड के तहत खरीदा गया सोना एक तय अवधि के भीतर उसी कंपनी को बेच भी सकते हैं। इसमें केवल मार्जिन शुल्क चुकाना होता है जो दो से तीन फीसदी तक होता है। डिजिटल गोल्ड पर 3 फीसदी सोने पर जीएसटी लगता है।

3. एक्सचेंज ट्रेड फंड (ईटीएफ)

एक्सचेंज ट्रेड फंड के जरिए अगर आप गोल्ड खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना चाहिए। आप जो पैसा आप इसमें निवेश करेंगे वह 24 कैरेट गोल्ड में लगाया जाएगा। क्वांटम एसेट मैनेंजमेंट कंपनी सीनियर फंड मैंनेजर चिराग मेहता बताते हैं कि फिजिकल गोल्ड की तुलना में गोल्ड ईपीएफ के जरिए 3 प्रतिशत की लागत सीधे इसके जरिए बचाई जा सकती है। इस पर भी फिजिकल गोल्ड की तरह टैक्स लगता है।

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