अडानी-हिंडनबर्ग विवाद से LIC पस्त, निवेशकों के डूबे ₹65400 करोड़
बीते सोमवार को एलआईसी ने बताया था कि अडानी समूह के बॉन्ड और इक्विटी में उसके 36,474.78 करोड़ रुपये लगे हैं और यह राशि बीमा कंपनी के कुल निवेश का एक फीसदी से भी कम है।
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गौतम अडानी समूह और हिंडनबर्ग विवाद की वजह से अडानी समूह के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है। इसके अलावा अलग-अलग सेक्टर्स के कई स्टॉक्स धराशायी हो गए हैं। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद भारतीय जीवन बीमा निगम यानी LIC के शेयर भी रेंगते नजर आए हैं।
कितना कम हुआ मार्केट कैप: सिर्फ 5 कारोबारी दिन LIC का मार्केट कैपिटल करीब 65,400 करोड़ रुपये कम हो गया है। कंपनी का मार्केट कैप 24 जनवरी को बंद मूल्य 4,44,141 करोड़ रुपये से घटकर 3,78,740 करोड़ रुपये रह गया। सिर्फ पांच कारोबारी दिनों में एलआईसी स्टॉक में 14.73 प्रतिशत की गिरावट आई है।
कितने लगे हैं LIC के: बता दें कि सरकारी बीमा कंपनी LIC ने कहा है कि वह शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर अडानी ग्रुप से स्पष्टीकरण मांगेगी। बीते सोमवार को एलआईसी ने बताया था कि अडानी समूह के बॉन्ड और इक्विटी में उसके 36,474.78 करोड़ रुपये लगे हैं और यह राशि बीमा कंपनी के कुल निवेश का एक फीसदी से भी कम है।
एलआईसी ने ट्वीट कर बताया था-अडानी समूह की कंपनियों में इक्विटी और बॉन्ड के तहत आज तक हमारा कुल निवेश 36,474.78 करोड़ रुपये है। यह 31 दिसंबर, 2022 तक 35,917.31 करोड़ रुपये था। समूह की कंपनियों में बीते कुछ वर्षों में खरीदी गई इन इक्विटी का कुल खरीद मूल्य 30,127 करोड़ रुपये है।