अडानी ग्रुप को नया झटका, इन 2 कंपनियों पर बदला रेटिंग एजेंसी का नजरिया
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने समूह की कंपनी अडानी पोर्ट्स और अडानी इलेक्ट्रिसिटी पर आउटलुक में बदलाव कर दिया है। अब इन दोनों कंपनियों पर रेटिंग एजेंसी का आउटलुक निगेटिव हो गया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी समूह की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने समूह की कंपनी अडानी पोर्ट्स और अडानी इलेक्ट्रिसिटी पर आउटलुक में बदलाव कर दिया है। अब इन दोनों कंपनियों पर रेटिंग एजेंसी का नजरिया बदलकर निगेटिव हो गया है। S&P का पहले इन कंपनियों पर नजरिया स्टेबल यानी स्थिर था। बता दें कि किसी भी कंपनी के लिए निगेटिव रेटिंग अच्छी बात नहीं होती है।
क्या कहा रेटिंग एजेंसी ने: S&P ने बयान में कहा-समूह के संचालन और खुलासा स्तर को लेकर निवेशकों में चिंता है। हमने अपनी रेटिंग में जितना इसपर गौर किया है, चिंता उससे कहीं बड़ी है और यह एक जोखिम है। नई जांच और नकारात्मक बाजार धारणा से पूंजी की लागत बढ़ सकती है और रेटिंग वाली इकाइयों के लिये वित्तपोषण पहुंच में कमी आ सकती है।''
फिच रेटिंग्स ने दी राहत: इससे पहले अडानी समूह पर फिच रेटिंग्स ने राहत दी थी। इस रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अडानी समूह की कंपनियों और उनकी सिक्योरिटीज की रेटिंग पर तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि उसके पूर्वानुमानित कैश फ्लो में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
बता दें कि अमेरिका की रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह में कंपनी संचालन के स्तर पर काफी गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इस रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आई है। इसका असर समूह की कंपनियों के बॉन्ड की कीमतों और यील्ड पर भी पड़ा है।
हालांकि, समूह ने सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए हिंडनबर्ग पर 'बिना सोचे-विचारे' काम करने का आरोप लगाया और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। इस बीच, अडानी समूह ने अडानी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये मूल्य के एफपीओ को वापस लेने का फैसला लिया।
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