₹24,713 करोड़ की डील कैंसिल होने के बाद इस कंपनी के शेयरों को बेचने की लगी होड़, लोअर सर्किट में सभी शेयर
इस कंपनी के सभी शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है। शेयरों में 20 पर्सेंट तक की गिरावट है। ग्रुप के सभी शेयर लोअर सर्किट में हैं और अपने 52 वीक लो प्राइस पर पहुंच गए हैं। जानिए वजह..
Future group stocks: किशोर बियानी की अगुवाई वाली फ्यूचर ग्रुप कंपनियों के शेयरों में सोमवार को बड़ी गिरावट देखी गई। कंपनी के शेयरों में इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 20 पर्सेंट तक की तगड़ी गिरावट आई। बीएसई पर फ्यूचर रिटेल (Future retail) के शेयरों में 5% का लोअर सर्किट लग गया है। वहीं, फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन लिमिटेड (Future Lifestyle Fashions Ltd) के शेयर 19.89% की गिरावट के साथ 29.40 रुपये पर आ गए जो कि इसका 52 वीक लो प्राइस है। वहीं, फ्यूचर स्पलाई चेन साॅल्युशन लिमिटेड (Future Supply Chain Solutions Ltd) के शेयर 19.96% की गिरावट के साथ 37.30 रुपये पर आ गए। यह इसका अब तक का सबसे लो प्राइस है। फ्यूचर ग्रुप के सभी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली चल रही है।
दरअसल, इस बड़ी गिरावट के पीछे मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ((Reliance Industries Limited) और फ्यूचर ग्रुप (Future Group) के बीच डील कैंसिल होने के बाद देखी जा रही है। आपको बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने फ्यूचर समूह के साथ अपने 24,713 करोड़ रुपये के सौदे को कैंसिल कर दिया है। इसका ऐलान RIL ने शनिवार को किया था।
लोअर सर्किट में फ्यूचर ग्रुप के शेयर
बीएसई पर फ्यूचर रिटेल का शेयर 5% के लोअर सर्किट में फंसा है। कंपनी के शेयर 5 पर्सेंट तक टूटकर 27.80 रुपये पर पहुंच गए हैं। यह अपने 52 वीक शेयर प्राइस 27.65 रुपये के बेहद करीब है। Future Enterprises Ltd के शेयर भी लोअर सर्किट में हैं। कंपनी के शेयर 5% गिरकर 13.32 रुपये पर पहुंच गए हैं।
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24 हजार करोड़ रुपए का था सौदा
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर किशोर बियानी की फ्यूचर समूह की डील को रद्द करने का ऐलान किया। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (एफआरएल) और फ्यूचर समूह की अन्य कंपनियों ने इस सौदे की मंजूरी के लिए हुई बैठकों के नतीजों से अवगत कराया है। इसके मुताबिक, सौदे को शेयरधारकों एवं असुरक्षित कर्जदाताओं ने बहुमत से स्वीकार कर लिया है लेकिन सुरक्षित ऋणदाताओं ने प्रस्ताव को नकार दिया है। इस हालात में डील को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है।
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साल 2020 में हुई थी डील
बता दें कि फ्यूचर समूह ने अगस्त 2020 में रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) के साथ 24,713 करोड़ रुपये के विलय समझौते की घोषणा की थी। इस डील के तहत खुदरा, थोक, लॉजिस्टिक एवं भंडारण खंडों में सक्रिय फ्यूचर समूह की 19 कंपनियों का रिलायंस रिटेल अधिग्रहण करने वाली थी। हालांकि, डील की घोषणा के बाद से ही दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इसका विरोध कर रही थी।
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