कोरोना वायरस को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी चेतावनी
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार (28 फरवरी) को कहा कि कोरोना वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि उन्होंने इस बात को स्वीकर किया कि अगर आने वाले समय में कोरोना का हल नहीं...
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार (28 फरवरी) को कहा कि कोरोना वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि उन्होंने इस बात को स्वीकर किया कि अगर आने वाले समय में कोरोना का हल नहीं हुआ, तो यह हमारे लिए चुनौती पेश करेगी।
अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस के प्रभाव के बारे में उन्होंने पिछले कुछ दिनों के दौरान उद्योग जगत से बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि फिलहाल घबराने जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन अगर दो या तीन सप्ताह स्थिति ऐसी ही बनी रहती है तो यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि कच्चे माल को लेकर चीन पर आश्रित औषधि और इलेक्ट्रॉनिक उद्योग ने जरूरी सामान विमान से मंगाने का सुझाव दिया है और सरकार उस पर गौर कर रही है।
वित्त मंत्री ने कहा कि हालांकि, सामानों को एक जगह एकत्रित करना और उसे एक जगह ले जाने जैसे लॉजिस्टिक से जुड़े कार्य उद्योग स्वयं करेगा। उन्होंने वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों के जरिए मदद का वादा किया। उन्होंने कहा कि सरकार बैंकों को खुदरा, आवास और कृषि समेत सभी श्रेणी में यथासंभव कर्ज देने के लिये प्रोत्साहित कर रही है।
कोरोना वायरस की आशंका से शेयर बाजार में हाहाकार
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ने की आशंका में दुनियाभर के बाजारों में निवेशकों की घबराहट भरी बिकवाली जारी रही। इस बिकवाली के चलते शुक्रवार (28 फरवरी) को बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में 1,448.37 अंक की इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट दर्ज की गई। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था के आर्थिक मंदी के चपेट में आने का जोखिम बढ़ गया है। इस कारण वैश्विक बाजार के लिये यह सप्ताह 2008 के आर्थिक संकट के बाद का दूसरा सबसे बुरा सप्ताह साबित हुआ है। इस वायरस का संक्रमण चीन से शुरू हुआ और अब न्यूजीलैंड, नाईजीरिया, अजरबैजान, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया, इटली, ईरान आदि समेत 57 देश इसकी चपेट में आ चुके हैं।
सेंसेक्स 1,448 अंक गिरा
घरेलू शेयर बाजारों में लगातार छठे दिन गिरावट रही और सेंसेक्स 1,448 अंक गिर गया। बीएसई के 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में कारोबार के दौरान एक समय 1,525 अंक तक की गिरावट आ गई। हालांकि, कारोबार की समाप्ति पर यह अंतत: 1,448.37 अंक यानी 3.64 प्रतिशत गिरकर 38,297.29 अंक पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स के इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है। इससे पहले 24 अगस्त 2015 को सेंसेक्स 1,624.51 अंक टूटा था। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 431.55 अंक यानी 3.71 प्रतिशत गिरकर 11,201.75 अंक पर बंद हुआ।
निवेशकों के 5.45 लाख करोड़ डूबे
शेयर बाजार में मचे इस हाहाकार में निवेशकों के 5,45,452.52 करोड़ रुपए डूब गए। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का सम्मिलित बाजार पूंजीकरण गिरकर 1,46,94,571.56 करोड़ रुपए पर आ गया। यह बृहस्पतिवार (27 फरवरी) को कारोबार की समाप्ति पर 1,52,40,024.08 करोड़ रुपए रहा था।