एशियाई बाजारों पर कोरोना वायरस का प्रकोप, दक्षिण कोरिया, जापान के शेयर मार्केट में गिरावट
चीन से बाहर कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चिता का माहौल है। इस बीच शुक्रवार को एशियाई बाजारों में गिरावट रही। इससे पहले वॉल स्ट्रीट पर भी कमजोर रुख देखा...
चीन से बाहर कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चिता का माहौल है। इस बीच शुक्रवार को एशियाई बाजारों में गिरावट रही। इससे पहले वॉल स्ट्रीट पर भी कमजोर रुख देखा गया क्योंकि कंपनियों ने इस महामारी से उनकी आय प्रभावित होने की चेतावनी दी है। कोरोना वायरस से अब तक दुनियाभर में 2,200 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इससे प्रभावित लोगों की संख्या 75,000 से ऊपर है। इनमें अधिकतर मामले चीन के हैं लेकिन इसके दुनिया भर में फैलने को लेकर डर बना हुआ है।
भारतीय शेयर बाजार बंद
दक्षिण कोरिया में सियोल स्थित शेयर सूचकांक कोस्पी शुक्रवार को 1.2 प्रतिशत तक गिर गया। कोरिया में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 156 तक पहुंच चुकी है। यह चीन के बाद सबसे ज्यादा है। देश में कोरोना वायरस के 52 और मामले सामने आए हैं। इसी तरह जापान का निक्की 225 सूचकांक 0.3 प्रतिशत तक गिर गया। जहां तक भारतीय शेहर बाजारों की बात करें तो आज महाशिवरात्रि के मौके पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, बांड बाजार और मुद्रा बाजार बंद हैं।
ग्लोबल GDP पर कोरोना वायरस का संक्रमण, 1% तक नीचे आने की आशंका
चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण का असर जून के बाद भी बना रहा तो वैश्विक आर्थिक वृद्धि (Global GDP) करीब एक प्रतिशत नीचे आ सकती है। डन एंड ब्रॉडस्ट्रीट की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण का चीन की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर दिखने लगा है। इसका दुष्प्रभाव वैश्विक कंपनियों पर बढ़ता जाएगा।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस के संक्रमण को 30 जनवरी को ग्लोबल मेडिकल इमरजेंसी घोषित किया है। रिपोर्ट में कहा गया कि चीन में कारोबारी गतिविधियों में जनवरी के अंत में नववर्ष के अवकाश के कारण नरमी आना सामान्य है। इस कारण वैश्विक कंपनियां पहले ही भंडार बढ़ा लेती हैं। अत: कोरोना वायरस के कारण आपूर्ति व परिचालन बाधित होने का अभी तक खास असर देखने को नहीं मिला है।
संक्रमण जून के बाद भी बना रहा तो..
रिपोर्ट के अनुसार, ''हालांकि वैश्विक कंपनियों पर इस संक्रमण का असर इस बात पर निर्भर करेगा कि कितनी जल्दी इसे काबू किया जाता है। डन एंड ब्रॉडस्ट्रीट ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में चीन का योगदान कई गुणा बढ़ा है। उसने कहा कि चीन में करीब 2.2 करोड़ कंपनियां अर्थात चीन की आर्थिक गतिविधियों का 90 प्रतिशत उन क्षेत्रों में ही स्थित है, जहां वायरस के संक्रमण का अधिक असर है।
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