कोरोना कवच और कोरोना रक्षक पॉलिसी की प्रीमियम में हो सकती है बढ़ोतरी
आने वाले दिनो में करोना के इलाज से जुड़ी बीमा पॉलिसी कोरोना कवच और कोरोना रक्षक की प्रीमियम में बढ़ोतरी हो सकती है. बीमा कंपनियों ने बढ़ते क्लेम के बोझ को देखते हुए बीमा नियामक इरडा से प्रीमियम में...
आने वाले दिनो में करोना के इलाज से जुड़ी बीमा पॉलिसी कोरोना कवच और कोरोना रक्षक की प्रीमियम में बढ़ोतरी हो सकती है. बीमा कंपनियों ने बढ़ते क्लेम के बोझ को देखते हुए बीमा नियामक इरडा से प्रीमियम में बढ़ोतरी की मांग की है। बीमा कंपनियों की दलील है की कोरोना कवच और कोरोना रक्षक पॉलिसी छोटी अवधि के लिए लॉन्च की गई थी लेकिन महामारी लंबा खींचने से अब कंपनियों को इन पॉलिसी पर नुकसान उठाना पड़ रहा है। ये दोनों पॉलिसी 2020 में पहली लहर को ध्यान में रखकर तैयार किए गए थे, लेकिन दूसरी लहर की भयावता का अंदेशा नहीं था। पहली लहर के दौरान प्रीमयिम काफी कम रखी गई थी, लेकिन दूसरी लहर के बाद कंपनियों पर क्लेम का दबाव काफी ज्यादा बढ़ा है इसलिए इरडा को प्रीमियम बढ़ाने की मंजूरी देनी चाहिए।
पॉलिसी को नवीकरण करने में कर रही आनाकानी
उद्यो सूत्रों के मुताबिक, कोरोना कवच और कोरोना रक्षक पॉलिसी के बढ़ते दावों की वजह से कई बीमा कंपनियां इन पॉलिसियों को नवीकरण करने से आनाकानी कर रहीं हैं। कई सारी कंपनियों में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से इस पॉलिसी की बिक्री बंद कर दी है। वहीं, कुछ कंपनियों ने पॉलिसी से जुड़ी ऐसी शर्त जोड़ दी है, जिससे उसकी बिक्री नहीं हो। आम लोगों की ओर से बढ़ती शिकायतों को देखते हुए बीमा नियामक इरडा ने कंपनियों को 30 सितंबर 2021 तक कोरोना कवच पॉलिसी का नवीकरण और बिक्री जारी रखने का निर्देश दिया है। पहले 31 मार्च तक ही मियाद थी लेकिन यह 6 महीने बढ़ाई गई है।
क्या हैं ये पॉलिसी
कोरोना कवच एक स्टैंडर्ड बीमा पॉलिसी है। इसमें कोरोना मरीजों के इलाज पर अस्पताल का खर्च कवर होता है। इसके बेसिक कवर में बीमा राशि 50 हजार से 5 लाख रुपए तक है। पॉलिसीधारक को यह कवर साढ़े तीन महीने, साढ़े छह महीने और साढ़े नौ महीने के लिए मिलता है। नई पॉलिसी पर प्रतिरक्षा अवधि 15 दिन है। इस पॉलिसी को 18 से 65 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है। वहीं, कोरोना रक्षक पॉलिसी में 50 हजार से 2.5 लाख रुपये का कवर मिलता है। इन पॉलिसी में कोरोना इलाज से जुड़े सभी खर्चें शामिल हैं। साथ ही बीमा धारक को दूसरी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के मुकाबले कम प्रीमियम चुकाना होता है।
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