डेबिट-क्रेडिट कार्ड से भुगतान अब ज्यादा सुरक्षित होगा
डेबिट-क्रेडिट कार्ड से भुगतान अब ज्यादा सुरक्षित होगा। आरबीआई ने इसके लिए टोकन कोड सिस्टम की पहल की है। इसमें प्वाइंट ऑफ सेल से स्वाइप करते समय कार्ड नंबर, सीवीवी या एक्सपायरी डेट, पिन जैसी संवेदनशील...
डेबिट-क्रेडिट कार्ड से भुगतान अब ज्यादा सुरक्षित होगा। आरबीआई ने इसके लिए टोकन कोड सिस्टम की पहल की है। इसमें प्वाइंट ऑफ सेल से स्वाइप करते समय कार्ड नंबर, सीवीवी या एक्सपायरी डेट, पिन जैसी संवेदनशील जानकारी विक्रेता को नहीं मिल पाएगी, बल्कि एक टोकन नंबर यानी कोड उसके पास जाएगा, जिसके जरिये भुगतान हो जाएगा।
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि कार्ड की महत्वपूर्ण जानकारियां चुराकर धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा का यह नया कदम उठाया गया है। हालांकि ग्राहकों के लिए भुगतान में कोई झंझट नहीं होगा। आरबीआई ने रुपे, वीजा और मास्टरकार्ड को लेनदेन के दौरान टोकन सर्विस शुरू करने की इजाजत दे दी है।
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टोकन सिस्टम को ऐसे समझें
टोकन सिस्टम कार्ड की डिटेल को क्यूआर कोड की तरह इनक्रिप्टेड यूनीक नंबर में बदल देता है। यह किसी भी कार्ड से किसी विक्रेता की पीओएस से भुगतान के दौरान अलग होगा। पेमेंट प्रोसेसिंग कंपनी वर्ल्डलाइन इंडिया में फ्राड रिस्क मैनेजमेंट डिविजन के जनरल मैनेजर निरंजन कुमार उपाध्याय ने कहा कि विक्रेता और संबंधित बैंक की ही इस कोड तक पहुंच होगी। रेजरपे के सीईओ हर्षिल माथुर का कहना है कि लेनदेन की रकम, समय जैसी जानकारियों से लैस इस कोड को विक्रेता कहीं दूसरे लेनदेन में इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।
जरूरत इसलिए पड़ी
डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर पेमेट के सीईओ अजय आदिशेशनन का कहना है कि ज्यादातर ऑनलाइन कंपनियां खरीदारी के समय आपकी कार्ड डिटेल को सेव कर लेती हैं। ऐसे में अगर उनके सिस्टम में सेंध लगती है तो ग्राहकों को नुकसान हो सकता है। अगर कार्ड डिटेल इनक्रिप्टेड कोड (कूट भाषा) में होगा तो धोखाधड़ी का खतरा काफी कम होगा।
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अभी कार्ड से ऐसे होता है भुगतान-
पेमेंट की शुरुआत
कार्ड डिटेल मर्चेंट से पेमेंट बैंक को भेजना
कार्ड दूसरे बैंक का है तो उसे डिटेल भेजना
खाताधारक का बैंक इसे स्वीकार या रद्द करता है
(इसमें हर कदम पर कार्ड डिटेल सेव होती हैं)
टोकन सिस्टम ऐसे करेगा काम
पेमेंट की शुरुआत
कार्ड डिटेल टोकनाइजेशन एप से यूनीक कोड में बदलेगी
विक्रेता इस कोड को पेमेंट बैंक के पास भेजेगा
पेमेंट बैंक इस कोड को खाताधारक के बैंक को भेजेगा
बैंक इसे स्वीकार या रद्द करेगा
(इसमें किसी भी कदम पर कार्ड डिटेल सेव या दूसरे को भेजी नहीं जाती)
प्लास्टिक मनी से बढ़ता लेनदेन
14.58 करोड़ लेनदेन क्रेडिट कार्ड से नवंबर 2018 में
37.65 करोड़ लेनदेन नवंबर में डेबिट कार्ड के जरिये
(मोबाइल वॉलेट, यूपीआई के आंकड़े शामिल नहीं)
देश में 94 करोड़ से ज्यादा डेबिट कार्ड
आरबीआई के जून 2018 तक के आंकड़ों के अनुसार, देश में 94.43 करोड़ डेबिट कार्डधारक हैं और मई 2018 के मुकाबले में करीब दो करोड़ डेबिट कार्डधारक बढ़े हैं। वहीं क्रेडिट कार्ड की बात की जाए तो देश में 3.97 करोड़ कार्डधारक हैं। एक माह में करीब साढ़े सात लाख नए कार्डधारक बढ़े। अगर जून 2017 से जून 2018 की बात करें तो भात में 79 लाख नए क्रेडिट कार्डधारक और 15 करोड़ डेबिट कार्डधारक बढ़े।