सोने के सिक्के बैंक से खरीदना कहीं घाटे का सौदा तो नहीं
ज्वैलर्स में करवा चौथ, धनतेरस और दिवाली को लेकर कुछ उम्मीद बंधी है। करवा चौथ पर पत्नी को जहां सोने के गहने गिफ्ट करने का चलन है तो वहीं धनतेरस और दिवाली के मौके पर निवेश के लिए सोना खरीदने की...
ज्वैलर्स में करवा चौथ, धनतेरस और दिवाली को लेकर कुछ उम्मीद बंधी है। करवा चौथ पर पत्नी को जहां सोने के गहने गिफ्ट करने का चलन है तो वहीं धनतेरस और दिवाली के मौके पर निवेश के लिए सोना खरीदने की परंपरा। ज्यादातर लोग फिजिकल रूप में ही सोना खरीदना चाहते हैं और इनमें से अधिकतर सोने के सिक्के पसंद करते हैं। अगर आप भी इस धनतेरस या दिवाली पर सोने के सिक्के लेना चाहते हैं तो पहले यह गणित समझ लें...
बैंक से सिक्के खरीदना कहीं घाटे का सौदा तो नहीं
सोने के सिक्के आप किसी ज्वैलरी शॉप से लेंगे या किसी बैंक से, दोनों से खरीदने पर आपको शुद्धता की गारंटी मिलेगी। बैंक में आपको 99.9% शुद्ध 24 कैरेट सोने के सिक्के मिल जाएंगे। आप किसी भी समय किसी भी बैंक के ब्रांच या उनकी वेबसाइट से भी सोने के सिक्के खरीद सकते हैं पर इन्हें खरीदने से पहले जरा ठहरें। अगर आप निवेश के लिए ये सिक्के खरीद रहे हैं तो इस पर मिलने वाले रिटर्न और करेंट प्राइस के बारे में अवश्य विचार करें।
मार्केट प्राइस से 7 से 10% महंगा
बैंक से मिलने वाले सोने के सिक्के बेहद हाई क्वालिटी के होते हैं। ये स्विट्जरलैंड या किसी दूसरे वेस्टर्न कंट्री से आयात किए जाते हैं। इस वजह से बैंक इन सिक्कों को मार्केट प्राइस से 7 से 10% अधिक कीमत पर बेचते हैं। इसलिए निवेश के लिहाज से बैंक से सोने के सिक्के खरीदना फायदेमंद नहीं है। वहीं आप इसे दोबारा वापस बैंक को नहीं बेच सकते। बैंक सोना नहीं खरीदते।
भरोसेमंद ज्वैलरी स्टोर से खरीदें
जरूरत पड़ने पर बैंक से खरीदे गए सोने के सिक्कों को किसी ज्वैलरी शॉप पर ही आप बेच सकेंगे। यहां आपको इसे मार्केट प्राइस पर ही बेचना होगा। अगर ज्वैलर्स आपका पुराना परिचित नही है तो इमरजेंसी में आपको इसे बेचने किसी अन्य दुकान पर जाना होगा, जहां सुनार आपसे मनमाने कीमत पर इन सोने के सिक्कों को खरीदेगा। ऐसे में अगर आप सिक्का खरीदना ही चाहते हैं तो किसी भरोसेमंद ज्वैलरी स्टोर से खरीदें।
सिक्कों से बेहतर है ई-गोल्ड में निवेश
सोना ऐसा, जिसे न चोर चुरा सके और न ही बेचने पर सुनार दाम में कटौती कर पाए। इसे बेचते समय मेकिंग चार्ज और वेस्टेज चार्ज नहीं लगेगा। जी हां। हम बात कर रहे ई-गोल्ड की। अगर आप त्योहार के मौके पर सोने में ही निवेश करना चाहते हैं तो ई-गोल्ड बेहतर आप्शन है।
ई-गोल्ड में निवेश करने के चार तरीके
- 1. गोल्ड ईटीएफ: गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में निवेश करनाआप गोल्ड ईटीएप में भी निवेश कर सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए कम से कम एक यूनिट खरीदनी पड़ती है। कोई भी निवेशक अपने डीमैट खाते के जरिए स्टॉक एक्सचेंज से गोल्ड ईटीएफ खरीद सकता है।
- 2. गोल्ड एकम्यूलेशन प्लान (गैप): इसमें निवेशक अपने मोबाइल वॉलेट जैसे पेटीएम, फोन पे और स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के गोल्ड प्लान के तहत खरीद सकता है। ये सोने को खरीदने के विकल्प एमएमटीसी-पीएएमपी के साथ मिलकर पेश किए जाते हैं।
- 3. फ्यूचर/ ऑप्शंस प्लेटफॉर्म पर सोने को खरीदना या बेचना, यह पूरे तौर पर व्यापार की दृष्टि से है। इसमें छोटे निवेशकों को इससे बचना चाहिए। इसमें डीमैट खाते के जरिये निवेश किया जाता है।
- 4. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड:आरबीआई ने सॉवरने बॉन्ड में निवेश के लिए कई तरह के विकल्प दिए हैं। बैंक की शाखाओं, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसएचसीआईएल) के जरिए इसमें निवेश किया जा सकता है। निवेशक को एक आवेदन फॉर्म भरना होता है। अगर निवेशक चाहे तो सोने की फिजिकल डिलीवरी भी ले सकता है. अन्यथा निवेशक के डीमैट खाते में ये बॉन्ड ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। निवेश करने के लिए पैन होना अनिवार्य है।
यह भी पढ़ें: Gold Price Review: सोना 12519 रुपये सस्ता था आज से एक साल पहले, इस अक्टूबर में मामूली तेजी
बता दें अगस्त में सोने की भाव ने जहां नया रिकॉर्ड स्थापित किया तो वहीं सितंबर में सोने की चमक फीकी पड़ गई। 56000 से सोना 50442 रुपये पर आ गया। यानी पूरे 5684 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता। वहीं अक्टूबर में इसके भाव में मामूली वृद्धि हुई और यह 50840 रुपये पर पहुंच गया, लेकिन त्योहारी मांग को देखते हुए इसकी कीमत बढ़ने की उम्मीद है।
जानें Hindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।