सरकार पर बढ़ेगा कर्ज का बोझ, ₹15.4 लाख करोड़ जुटाने की है तैयारी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन को बताया कि सरकार ने 27 जनवरी तक 12.93 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं जो वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कुल कर्ज लक्ष्य 14.21 लाख करोड़ का 91 प्रतिशत है।
केंद्र सरकार अगले वित्त वर्ष में रिकॉर्ड 15.4 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेने की योजना बना रही है। यह 31 मार्च, 2023 को खत्म हो रहे चालू वित्त वर्ष में लिए गए कुल कर्ज 14.21 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लोकसभा में आम बजट पेश करते हुए यह जानकारी दी।
सरकार ने 27 जनवरी तक 12.93 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं जो वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कुल कर्ज लक्ष्य 14.21 लाख करोड़ का 91 प्रतिशत है। आपको बता दें कि केंद्र और राज्यों पर संयुक्त रूप से कर्ज सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 83 प्रतिशत के बराबर है।
वित्त मंत्री ने सब्सिडी बिल में वृद्धि के बावजूद राजकोषीय घाटा लक्ष्य 6.4 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। उन्होंने कहा-वित्त वर्ष 2023-24 में कर्ज के अलावा कुल आय 27.2 लाख करोड़ रुपये और कुल व्यय 45 लाख करोड़ रुपये है। कुल कर प्राप्तियां 23.3 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। उन्होंने अगले वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य जीडीपी का 5.9 प्रतिशत रखा है।
जानें Hindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।