Budget 2023: टैक्सपेयर्स को इनकम पर राहत, मोदी सरकार के आखिरी पूर्ण बजट से क्यों है उम्मीद, समझें
बता दें कि 2.5 लाख तक की सालाना इनकम पर जीरो टैक्स है। वहीं, 2.5-5 लाख तक की सालाना इनकम पर 5%, 5-10 लाख तक की सालाना इनकम पर 20% का टैक्स और 10 लाख से ज्यादा की सालाना इनकम पर 30% का स्लैब लागू है।

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नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट 1 फरवरी को पेश होने वाला है। इस बजट में हर वर्ग को राहत की उम्मीद है। सबसे बड़ी उम्मीद नौकरीपेशा लोगों को है। एक्सपर्ट को ऐसी उम्मीद है कि सरकार ओल्ड टैक्स स्लैब में बदलाव कर सकती है और नौकरीपेशा लोगों को 5 लाख तक की इनकम पर छूट मिल जाएगी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट: एक्सपर्ट का कहना है कि बजट 2023 में टैक्स छूट की सीमा 2.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर देने की स्थिति में खपत को बढ़ावा मिलेगा। इसके जरिए आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाया जा सके। एसोचैम के सेक्रेटरी जनरल दीपक सूद ने ईटी वेल्थ को बताया कि इससे मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं के हाथ में ज्यादा पैसा बचेगा। वहीं, आर्थिक विकास के लिए यह राहत पुश का काम करेगा।
लूथरा एंड लूथरा लॉ ऑफिस, इंडिया के सुमित मंगल के मुताबिक कोविड-19 महामारी के असर और उच्च मुद्रास्फीति को समायोजित करने के लिए टैक्स छूट सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए। इसका सरकार के कर राजस्व संग्रह पर कम से कम प्रभाव पड़ेगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रत्यक्ष कर संग्रह का अधिकांश हिस्सा उच्च आय वाले लोगों से आता है।
अभी का ओल्ड टैक्स स्लैब: नौकरीपेशा लोगों को 2.5 लाख तक की सालाना इनकम पर जीरो टैक्स लगता है। वहीं, 2.5-5 लाख तक की सालाना इनकम पर 5%, 5-10 लाख तक की सालाना इनकम पर 20% का टैक्स स्लैब और 10 लाख से ज्यादा की सालाना इनकम पर 30% का टैक्स स्लैब लागू है।
