बजट 2019: कारोबारियों को कर्ज आसानी से मिले, ताकि निर्यात बढ़ाने में मिले मदद
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार को कैश की उपलब्धता और विनिर्माण क्षेत्र पर ध्यान देना होगा। भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद (TPCI) ने कहा कि सरकार को आगामी बजट प्रस्ताव में विनिर्माण प्रोत्साहन और...
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार को कैश की उपलब्धता और विनिर्माण क्षेत्र पर ध्यान देना होगा। भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद (TPCI) ने कहा कि सरकार को आगामी बजट प्रस्ताव में विनिर्माण प्रोत्साहन और नकदी की पर्याप्त उपलब्धता पर ध्यान देने की मांग की है। संगठन के मुताबिक इससे देश में निर्यात को बढ़ावा मिलेगाय़
टीपीसीआई के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा कि सरकार को नकदी और विनिर्माण से जुड़ी बाधाओं पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए सरकार को कर्ज देने के लिए राष्ट्रीयकृत बैंकों की सीमा को बढ़ाना और पर्याप्त नकदी उपलब्धता सुनिश्चित करानी होगी। साथ ही गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी और निजी बैंकों को भी अनुमति देनी होगी।
उन्होंने कहा कि कृषि निर्यात और खाद्य प्रसंस्करण भारत को उस स्थिति में ले जा सकता है जिसकी वह लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहा है। सिंगला ने कहा कि आगामी बजट में आपूर्ति बाधाओं को दूर करने पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि निर्यात उद्योग प्रतिस्पर्धी बना रहे।
उन्होंने कहा कि सहायक विनिर्माण क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों को प्रोत्साहन दिया जा सकता है ताकि ऐसा वातावरण बनाया जा सके जहां से घरेलू विनिर्माण क्षेत्र आगे बढ़ सके। सिंगला ने कहा कि इसके अलावा बुनियादी संरचना और लॉजिस्टिक क्षेत्र के निवेशकों को कम से कम पांच वर्ष के लिए कर छूट देनी चाहिए।