बकाये भुगतान पर लाभ में रहेगी एयरटेल, वोडाफोन आइडिया को होगा नुकसान
दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल की बैलेंस शीट बाजार में उसकी पुरानी प्रतिस्पर्धी कंपनी वोडाफोन आइडिया की तुलना में बेहतर है। यदि इन दोनों कंपनियों की समीक्षा याचिकाएं उच्चतम न्यायालय में खारिज हो जाती...
दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल की बैलेंस शीट बाजार में उसकी पुरानी प्रतिस्पर्धी कंपनी वोडाफोन आइडिया की तुलना में बेहतर है। यदि इन दोनों कंपनियों की समीक्षा याचिकाएं उच्चतम न्यायालय में खारिज हो जाती हैं और उन्हें लाइसेंस शुल्क जैसे पुराने सांविधिक बकायों का पूरा भुगतान करना पड़ता है।
उस स्थिति में वोडाफोन आइडिया की कमजोरी का फायदा एयरटेल को हो सकता है। मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरटेल पर 4.8 अरब डॉलर तथा वोडाफोन आइडिया पार पांच अरब डॉलर का बकाया है। यदि उच्चतम न्यायालय दोनों कंपनियों की समीक्षा याचिकाएं खारिज कर देता है तो उन्हें पूरा बकाया भुगतान करना होगा।
यह एयरटेल के लिए भी नुकसादेह होगा लेकिन वोडाफोन आइडिया के लिए स्थिति अधिक गंभीर जाएगी क्योंकि 24 जनवरी 2020 से पहले इस भुगतान के लिए पैसे जुटाने में उन्हें मुश्किलें होंगी। यह दूरसंचार उद्योग में बाजार हिस्सेदारी पर असर डाल सकता है। उच्चतम न्यायालय ने 24 अक्तूबर के आदेश में कहा है कि कंपनियों को तीन माह मे बकाये का भुगतान करना होगा। कंपनियों को 1.47 लाख करोड़ रुपये का भुगतान करना है।
एयरटेल ने अन्य नेटवर्क पर कॉल शुल्क खत्म किया
दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने प्रीपेड उपभोक्ताओं के नए प्लान में अन्य नेटवर्क पर आउटगोइंग कॉल की अधिकतम सीमा समाप्त कर दी। कंपनी के नए प्लान तीन दिसंबर से प्रभावी हुए हैं।कंपनी ने पहले अन्य नेटवर्क पर आउटगोइंग कॉल की अधिकतम सीमा 28 दिन की वैधता वाले प्लान में एक हजार मिनट, 84 दिन की वैधता वाले प्लान में तीन हजार मिनट और साल भर की वैधता वाले प्लान में 12 हजार मिनट तय की थी। इस सीमा के बाद उपभोक्ताओं को छह पैसा प्रति मिनट की दर से शुल्क देना था।