Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़Before buying gold on Akshaya Tritiya know these things related to SGB Digital Gold you will be able to earn more profit

अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने से पहले जान लें SGB, डिजिटल गोल्ड से जुड़ी ये बातें, कमा सकेंगे अधिक मुनाफा 

शादियों के सीजन आते ही सोने के दाम में तेजी देखी जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह तेजी बरकरार रहेगी या फिर आगे गिरावट भी देखने को मिल सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार अगले 12-15 महीनों में सोने...

अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने से पहले जान लें SGB, डिजिटल गोल्ड से जुड़ी ये बातें, कमा सकेंगे अधिक मुनाफा 
Tarun Singh लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीWed, 12 May 2021 10:28 AM
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शादियों के सीजन आते ही सोने के दाम में तेजी देखी जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह तेजी बरकरार रहेगी या फिर आगे गिरावट भी देखने को मिल सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार अगले 12-15 महीनों में सोने के भाव में तेजी देखने को मिल सकती है। यस सिक्योरिटी से जुड़े इनवेस्टमेंट एक्सपर्ट हर्षित जैन कहते हैं कि आने वाले महीनों मांग बढ़ने से सोने के भाव और बढ़ेंगे। अक्षय तृतीया नजदीक है, इस दिन बड़ी संख्या में लोग सोना खरीदना पसंद करते हैं। इनवेस्टमेंट एक्सपर्ट के अनुसार लोग इस दिन अपनी क्षमता के अनुसार 5% से 15% तक गोल्ड में इनवेस्टमेंट कर के मुनाफा कमा सकते हैं।

मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के अनुसार बहुत जल्द सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 50,000 के पार जा सकता है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 12-15 महीने में प्रति 10 ग्राम यह 56,500 तक पहुंच जाएगा। इसके पीछे डाॅलर की कीमतों में आ रही गिरावट जैसी कई वजहें बताई जा रही हैं। ऐसे में अगर आप सोना खरीदना चाहते हैं तो आपके पास कई डिजिटल विकल्प हैं जिसके जरिए पीली धातु में इनवेस्टमेंट कर सकते हैं। 

साॅवरेन गोल्ड बाॅन्ड 

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इनवेस्टर को फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता। यह फिजिकल गोल्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है। जहां तक शुद्धता की बात है तो इलेक्ट्रॉनिक रूप में होने के कारण इसकी शुद्धता पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता। इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा) वहीं लोन के लिए भी इसका उपयोग कर सकते हैं। इन बॉन्ड्स की अवधि 8 साल की होती है। अगर बात रिडेंप्शन की करें तो पांच साल के बाद कभी भी इसको कैश कर सकते हैं, लेकिन अगर इनवेस्टर 5 साल से पहले गोल्ड को बेचता है तो उसे सही दाम ना मिलने की संभावना रहती है और उसे डिस्काउंट में बेचना पड़ता है। 

कहां से खरीदें

एसजीबी के हर आवेदन के साथ निवेशक को PAN जरूरी है। सभी कामर्शियल बैंक (आरआरबी, लघु वित्त बैंक और भुगतान बैंक को छोड़कर), डाकघर, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या सीधे एजेंटों के माध्यम से आवेदन प्राप्त करने और ग्राहकों को सभी सेवाएं प्रदान करने के लिए अधिकृत हैं। 

डिजिटल गोल्ड 

ई-गोल्ड खरीदने पर कंपनियां आपको घर पर सोना पहुंचाने की सुविधा देती हैं। इसमें मात्रा तय होती है। उस तय मात्रा में आपके खाते में सोना हो जाने पर आप उसे घर मंगा सकते हैं। इसके बदले कंपनियां अतिरिक्त शुल्क वसूलती हैं। आप जो सोना ई-गोल्ड के जरिए खरीदते हैं कंपनियां उसे अपने लॉकर में रखती हैं और उसके लिए भी खरीदार से शुल्क वसूलती हैं। ई-गोल्ड के तहत खरीदा गया सोना एक तय अवधि के भीतर उसी कंपनी को बेच भी सकते हैं। इसमें केवल मार्जिन शुल्क चुकाना होता है जो दो से तीन फीसदी तक होता है। डिजिटल गोल्ड पर 3 फीसदी सोने पर जीएसटी के रूप में टैक्स लगता है साथ ही मेकिंग चार्ज पर भी जीएसटी के रूप में टैक्स वसूला जाता है।

एक्सचेंज ट्रेड फंड (ईटीएफ) 

एक्सचेंज ट्रेड फंड के जरिए अगर आप गोल्ड खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना चाहिए। जो पैसा आप इसमें इनवेस्ट करेंगे वह 24 कैरेट गोल्ड में लगाया जाएगा। क्वांटम एसेट मैनेंजमेंट कंपनी सीनियर फंड मैंनेजर चिराग मेहता बताते हैं, 'फिजिकल गोल्ड की तुलना में गोल्ड ईपीएफ के जरिए 3 प्रतिशत की लागत सीधे इसके जरिए बचाई जा सकती है।'  इस पर भी फिजिकल गोल्ड की तरह टैक्स लगता है।

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