कोरोना संकट: छंटनी और सैलरी कट के दौर में भी एशियन पेंट्स बढ़ाएगा अपने स्टाफ का वेतन
पूरी दुनिया के साथ ही भारत भी इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से घिरा है। वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगा है, जिसकी वजह से कई कंपनियों को भारी नुकसान उठाना...

पूरी दुनिया के साथ ही भारत भी इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से घिरा है। वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगा है, जिसकी वजह से कई कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और ऐसे में कंपनियों ने अपने स्टाफ के वेतन में न सिर्फ कटौती की है, बल्कि साल में होने वाले वेतन वृद्धि (इन्क्रीमेंट) को भी रोक दिया है। यहां तक कि कई कंपनियों से छंटनी की खबरें भी आईं हैं।
वहीं, एशियन पेंट्स ने कहा है कि वह अपने सालाना इन्क्रीमेंट को जारी रखेगी। कंपनी एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि भी की है। अधिकारी ने कहा, ऐसे समय कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए हम हमेशा की तरह इस साल भी वेतन वृद्धि के साथ आगे बढ़ेंगे।"
अधिकारी ने बताया, "कोरोना वायरस की वजह से कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इसके बावजूद हमने लोगों को नहीं निकाला। लोगों को नौकरी से निकालना एशियन पेंट्स की संस्कृति में नहीं है।"
भविष्य निधि भुगतान में देरी होने पर कंपनियों से नहीं लिया जायेगा जुर्माना
एशियन पेंट्स कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए केंद्रीय और राज्य आपातकालीन राहत कोषों में 35 करोड़ रुपए दे चुकी है। इसके साथ ही कंपनी भोजन, मास्क और सैनिटाइजर देने के लिए कई गैर सरकारी संगठनों के साथ भी काम कर रही है। यह जानते हुए भी कि कंपनी की चौथी तिमाही का नतीजा कुछ कमजोर होगा, फिर भी उसने सैलरी बढ़ाने का फैसला किया है।
इस बारे में एशियन पेंट्स के प्रबंध निदेशक अमित शिंगले ने कहा, हमें सच्चे नेतृत्व का आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करना है। हमें यह भी साबित करना है कि एक संस्था के तौर पर हम अपने हितधारकों का पूरा ख्याल रखते हैं।"
