₹2770 से टूटकर 8 रुपये पर आया यह शेयर, नहीं खत्म हो रही कंपनी की मुसीबत
रिलायंस कैपिटल के शेयर का 52 वीक लो 7.85 रुपये है, जो 1 मार्च 2023 को था। वहीं, अगर 52 वीक हाई की बात करें तो 23.30 रुपये पर शेयर 11 अप्रैल 2022 को गया था।

अनिल अंबानी (Anil ambani) की कर्ज में डूबी कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance capital) की बिक्री प्रक्रिया में देरी होने की आशंका है। दरअसल, टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स ने रिलायंस कैपिटल के ऋणदाताओं को सूचित किया है कि वह नीलामी के दूसरे चरण में हिस्सा लेने के लिए तैयार नहीं है। इस खबर के बीच रिलायंस कैपिटल के शेयर में शुक्रवार को करीब 5 प्रतिशत तक की गिरावट आई और यह 9 रुपये से नीचे 8.86 रुपये पर बंद हुआ।
शेयर का क्या है हाल
रिलायंस कैपिटल के शेयर का 52 वीक लो 7.85 रुपये है, जो 1 मार्च 2023 को था। वहीं, अगर 52 वीक हाई की बात करें तो 23.30 रुपये पर शेयर 11 अप्रैल 2022 को गया था। रिलायंस कैपिटल के शेयर ने जनवरी 2008 में 2770 रुपये के स्तर को टच किया था। इसके बाद शेयर में गिरावट का सिलसिला जारी हुआ और वो अब तक बरकरार है। इस बीच कंपनी पर 40 हजार करोड़ रुपये का कर्ज हो गया और नहीं चूकाने की वजह से रिलायंस कैपिटल अब दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है। इस कंपनी की नीलामी की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इस प्रक्रिया में टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स और हिंदुजा समूह प्रमुख खरीदार बनने की रेस में हैं।
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हालांकि, नीलामी के विस्तार का विरोध करते हुए टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स ने आरबीआई के डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव को लिखे पत्र में रिलायंस कैपिटल के प्रशासक नागेश्वर राव वाई को निर्देश देने की मांग की थी। पत्र में कहा गया है कि चुनौती प्रक्रिया 21 दिसंबर, 2022 को समाप्त हो गई थी, जिसमें टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स को प्रशासक के ईमेल के साथ उच्चतम बोली राशि के रूप में 8,640 करोड़ रुपये की एनपीवी बोली राशि की पुष्टि की गई थी।