ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News Businessair India decline story in 14 points

Air India की कहानी, ऐसे कर्ज में डूबता गया 'महाराजा', जानें 14 बड़ी बातें

वित्तीय संकट में फंसी सरकारी एयरलाइन एअर इंडिया को बेचने के लिए सरकार मजबूर है। लेकिन इस ' महाराजा' को अगर खरीदार नहीं मिला तो अगले साल जून तक उसे परिचालन बंद करने के लिए मजूबर होना पड़ सकता...

Air India की कहानी, ऐसे कर्ज में डूबता गया 'महाराजा', जानें 14 बड़ी बातें
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीTue, 07 Jan 2020 03:02 PM
ऐप पर पढ़ें

वित्तीय संकट में फंसी सरकारी एयरलाइन एअर इंडिया को बेचने के लिए सरकार मजबूर है। लेकिन इस ' महाराजा' को अगर खरीदार नहीं मिला तो अगले साल जून तक उसे परिचालन बंद करने के लिए मजूबर होना पड़ सकता है। ऐसी जानकारी एयर इंडिया के ही एक वरिष्ठ अधिकारी ने ही दी है। हालांकि मंगलवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने साफ कर दिया कि इसका निजीकरण हर हाल में होगा। आइए जानते हैं कि साल 2000 तक मुनाफे में रही देश की सबसे बड़ी एयर लाइंस का कर्ज के तले कैसे डूब गई...

  1. एयर इंडिया को सबसे पहले जेआरडी टाटा ने 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से लॉन्च किया था। इसका नाम 1946 में बदल कर के एयर इंडिया कर दिया गया और 1953 में सरकार ने इसको टाटा से खरीद लिया था। 
  2. साल 2000 तक यह मुनाफे में चलती रही। 2001 में कंपनी को 57 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। 
  3.  2007 में केंद्र सरकार ने एयर इंडिया में इंडियन एयरलाइंस का विलय किया। 
  4. दोनों कंपनियों का विलय के वक्त संयुक्त घाटा 770 करोड़ रुपये था, जो विलय के बाद बढ़कर के 7200 करोड़ रुपये हो गया। 
  5. एयर इंडिया ने घाटे की भरपाई के लिए अपने तीन एयरबस 300 और एक बोइंग 747-300 को 2009 में बेच दिया था। 
  6. मार्च 2011 में कंपनी का कर्ज बढ़कर के 42600 करोड़ रुपये और परिचालन घाटा 22000 करोड़ रुपये का हुआ था। 
  7. इस समय करीब 58 हजार करोड़ के कर्ज में दबी एयर इंडिया को वित्त वर्ष 2018-19 में 8,400 करोड़ रुपये का जबरदस्त घाटा हुआ है। 
  8. केंद्र सरकार,  एयर इंडिया में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी को बेचने जा रही है।
  9. लगातार विनिवेश की कोशिश में नाकाम एकमात्र सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया अपना खर्च चलाने को 2,400 करोड़ रुपये कर्ज लेने की तैयारी में है। 
  10. एयर इंडिया को एक महीने में 300 करोड़ रुपये कर्मचारियों को वेतन के रूप में देने होते हैं। 
  11. इस वित्त वर्ष एयर इंडिया 9,000 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान करने पर काम कर रही है। इसके लिए कंपनी ने सरकार से मदद मांगी है।
  12. एयर इंडिया को ज्यादा ऑपरेटिंग कॉस्ट और विदेशी मुद्रा में घाटे के चलते भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।
  13. इन हालातों में एयर इंडिया तेल कंपनियों को ईंधन का बकाया नहीं दे पा रही है।  
  14. हाल ही में तेल कंपनियों ने ईंधन सप्लाई रोकने की भी धमकी दी थी। लेकिन फिर सरकार के हस्तक्षेप से ईंधन की सप्लाई को दोबारा शुरू कर दिया गया था।

निवेशकों को मिलेंगे यह फायदे

अगर कोई निवेशक इस विमानन कंपनी को खरीदता है तो उसे बना बनाया बाजार मिलेगा। साथ ही उसे घरेलू स्तर पर उड़ान के लिए जरूरतों की पूर्ति भी आसानी से पूरी हो जाएगी। 118 एयरक्राफ्ट के साथ एयर इंडिया का बेड़ा इंडिगो के बाद दूसरे नंबर पर है। एयर इंडिया निवेशकों को मौका दे रही है कि वो इसे दुनिया के सबसे बड़े बाजार के रुप में विस्तार दे पाए।

यह भी पढ़ें: एअर इंडिया का निजीकरण हर हाल में होगा: हरदीप पुरी

यह भी पढ़ें: 2020 में 45,000 रुपये हो सकता है 10 ग्राम सोने का रेट 


 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें