ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News BusinessAdani Hindenburg case SC defers hearing SEBI plea for extension of probe check details Business News India

अडानी-हिंडनबर्ग विवाद: SC में SEBI ने दी सफाई, सुनवाई के बीच डूबे ₹21227 करोड़ 

 सुप्रीम कोर्ट में अडानी और हिंडनबर्ग से जुड़े मामले की सुनवाई के बीच सोमवार को ग्रुप के शेयर बुरी तरह टूट गए। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन समूह की कंपनियों के शेयर 5 प्रतिशत तक गिर गए।

अडानी-हिंडनबर्ग विवाद: SC में SEBI ने दी सफाई, सुनवाई के बीच डूबे ₹21227 करोड़ 
Varsha Pathakलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 15 May 2023 05:14 PM
ऐप पर पढ़ें

Adani-Hindenburg Case: सुप्रीम कोर्ट में अडानी और हिंडनबर्ग से जुड़े मामले की सुनवाई के बीच सोमवार को ग्रुप के शेयर बुरी तरह टूट गए। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन समूह की कंपनियों के शेयर 5 प्रतिशत तक गिर गए। इस वजह से समूह का मार्केट कैपिटल एक दिन पहले के 9,66,138 करोड़ रुपये से 21,227 करोड़ रुपये घटकर 9,44,910 करोड़ रुपये रह गया।

किस शेयर के क्या हाल 
अडानी समूह की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज में 2.50% गिरावट आई और यह 1915.75 रुपये पर बंद हुआ। अडानी पोर्ट्स के शेयर आधा प्रतिशत की गिरावट के साथ 696.30 रुपये पर बंद हुए। अडानी पावर का शेयर 1.76 फीसदी गिरकर 236.85 रुपये पर आ गया। अडानी टोटल गैस के शेयर 777.45 रुपये पर, अडानी ट्रांसमिशन 4.6 प्रतिशत गिरकर 844.30 रुपये पर बंद हुए। अडानी विल्मर 1.21 फीसदी की गिरावट के साथ 387.65 रुपये पर ठहरा।

 सुस्त मुनाफा, फिर भी ₹1600 के पार जाएगा भाव, एक्सपर्ट बुलिश, 2 साल पहले आया था IPO

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
बीते 24 जनवरी को अमेरिका के शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर शेयरों से हेरफेर और शेल कंपनियों के जरिए फ्रॉड करने के गंभीर आरोप लगाए। इन आरोपों को अडानी समूह ने सिरे से खारिज कर दिया। इसके बावजूद समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई। इसका असर शेयर बाजार पर भी पड़ा और निवेशकों की बड़ी रकम डूब गई। ऐसे में यह मामला सुप्रीम कोर्ट गया। कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए शेयर बाजार को रेग्युलेट करने वाली संस्था सेबी से 2 महीने में जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया। सेबी ने इस अवधि को 6 महीने और बढ़ाने की मांग की है। इसी मांग पर अदालत में सुनवाई चल रही है।

क्या कहा सेबी ने
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेबी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अडानी समूह द्वारा विनियामक खुलासे की संभावित खामियों की जांच का कोई भी गलत या समय से पहले निष्कर्ष न्याय के हित में नहीं होगा। सेबी ने बताया कि भारतीय कानूनों का उल्लंघन करने के लिए हिंडनबर्ग द्वारा उठाए गए मुद्दे थोड़े पेचीदा हैं। सेबी के मुताबिक निर्णायक निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले अलग-अलग स्रोतों से प्राप्त दस्तावेजों पर विश्लेषण करना होगा। 

गजब का IPO: दो दिन पहले 90% प्रीमियम पर हुई थी लिस्टिंग, ₹78 से ₹140 पर आया भाव

सेबी ने यह भी कहा कि इस दौरान 51 भारतीय सूचीबद्ध कंपनियों के खिलाफ जांच की गई, जिनमें से कोई भी अडानी समूह की सूचीबद्ध कंपनी नहीं थी। सेबी ने उन खबरों को भी खारिज किया, जिसमें दावा किया जा रहा था कि 2016 से अडानी समूह की जांच हो रही है। सर्वोच्च न्यायालय ने सेबी द्वारा अडानी समूह पर जांच पूरी करने के लिए छह महीने के विस्तार की मांग वाली याचिका पर सुनवाई टाल दी है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें