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अडानी ग्रीन एनर्जी को मिला दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट बनाने का ठेका, चार लाख लोगों को मिलेगा रोजागर

अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट बनाने का ठेका मिला है। इसके तहत गौतम अडानी की कंपनी  8,000 मेगावॉट का सोलर पावर प्लांट तैयार करेगी और 2,000 मेगावाट की एक घरेलू...

Drigraj Madheshia लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 9 June 2020 03:02 PM
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अडानी ग्रीन एनर्जी को मिला दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट बनाने का ठेका, चार लाख लोगों को मिलेगा रोजागर

अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट बनाने का ठेका मिला है। इसके तहत गौतम अडानी की कंपनी  8,000 मेगावॉट का सोलर पावर प्लांट तैयार करेगी और 2,000 मेगावाट की एक घरेलू सौर पैनल विनिर्माण क्षमता स्थापित करेगी। कंपनी इसमें लगभग 6 अरब डॉलर के कुल निवेश करेगी। इस बड़े ऑर्डर के मिलने से कंपनी के शेयरों में मंगलवार को उछाल आया। इसके शेयर 4.98 फीसदी चढ़कर 312.75 रुपये पर पहुंच गए और 5 फीसदी पर इसमें अपर सर्किट लग गया।जहां दुनियाभर की कंपनियां कोरोना की मार से बेहाल हैं, वहीं अडानी ग्रीन ने कहा है कि उसके बिजनेस पर इसका असर नहीं पड़ा है। अडानी ग्रीन के शेयर इस साल 88 फीसद तक चढ़ चुके हैं।

राज्य द्वारा संचालित अक्षय ऊर्जा एजेंसी SECI (पूर्व में सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) से घरेलू विनिर्माण-जुड़े सौर ऊर्जा परियोजनाओं की पेशकश के तहत, एज्योर पावर को 4,000 मेगावाट की पीवी परियोजना और 1,000 मेगावाट की सौर किट विनिर्माण क्षमता का निर्माण करने के लिए भी मिलेगा।

कंपनी के बयान के अनुसार, ''अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईेएल) ने भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसीसीआई) से अपनी तरह की पहली विनिर्माण सहित सौर परियोजना हासिल की है। एजीईएल ने बताया कि ठेके के तहत वह आठ गीगावाट की सौर परियोजना का विकास करेगी और साथ ही दो गीगावाट के अतिरिक्त सौलर सेल और माड्यूल विनिर्माण क्षमता की स्थापना भी की जाएगी।

कंपनी ने बताया कि दुनिया में ये अपनी तरह का सबसे बड़ा ठेका है, और इसके लिए 45,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और इससे चार लाख लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोगजार मिलेगा। कंपनी ने बताया कि साथ ही इस परियोजना के चालू होने से इसके जीवनकाल में कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में 90 करोड़ टन की कमी आएगी।  इस ठेके के साथ ही अडाणी ग्रीन एनर्जी की निर्माणाधीन या करार के तहत कुल परिचालन क्षमता 15 गीगावाट क्षमता हो गई है। अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने कहा, ''यह ठेका हमारे देश द्वारा जलवायु परिवर्तन के संबंध में किए गए वादों को पूरा करने के साथ ही आत्मनिर्भर भारत अभियान को साकार करने की दिशा में एक और कदम है।

भारत की घरेलू सौर सेल विनिर्माण क्षमता वर्तमान में 3,300 मेगावाट और मॉड्यूल बनाने की क्षमता 8,000 मेगावाट है। सोमवार को अडानी ग्रीन का शेयर एनएसई पर 288.35 रुपये पर खुला और  दिन के 298.45 रुपये के उच्च सर्किट को छूने के बाद 297.75 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी को राजस्थान और गुजरात में परियोजना स्थापित करने की उम्मीद है। राजस्थान सरकार ने जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, जालोर और बाड़मेर में सौर बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए कंपनी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।  गुजरात के कच्छ में भी परियोजना के स्थापित होने की उम्मीद है।

इनपुट: एजेंसी

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