Hindenburg रिपोर्ट से बेफ्रिक विदेशी कंपनी, अडानी पर जताया भरोसा, FPO पर ₹3200 करोड़ का दांव
Hindenburg रिपोर्ट जारी होने के बाद से ही गौतम अडानी और अडानी ग्रुप की कंपनियों को तगड़ा नुकसान हुआ है। इस बीच, अडानी ग्रुप के लिए एक अच्छी खबर भी आई है।

इस खबर को सुनें
Hindenburg रिपोर्ट जारी होने के बाद से ही गौतम अडानी और अडानी ग्रुप की कंपनियों को तगड़ा नुकसान हुआ है। इस बीच, अडानी ग्रुप के लिए एक अच्छी खबर भी आई है। दरअसल, अबू धाबी बेस्ड निवेश फर्म इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) में 400 मिलियन डॉलर (लगभग 3200 करोड़ रुपये) का निवेश का ऐलान किया है। IHC ने सोमवार को एक बयान में बताया कि उसने अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ में अपनी सब्सिडियरी कंपनी ग्रीन ट्रांसमिशन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग आरएससी लिमिटेड के जरिए निवेश किया है। बता दें कि अमेरिकी फाइनेंस रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में अडानी समूह पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे। इसके बाद समूह की कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट आई है।
कंपनी ने क्या कहा?
आईएचसी के सीईओ सैयद बसर शुएब ने कहा, "अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का फंडामेंटल बेहद मजबूत है और इसी वजह से हमारा इंटरेस्ट अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ में भी है। इसमें लंबी अवधि में डिवेलपमेंट की संभावना है। इसकी वैल्यू बढ़ सकती है।" IHC ने अडानी एंटरप्राइजेज के 2.5 बिलियन डॉलर वैल्यू के FPO का 16% सब्सक्राइब किया है। शुएब ने कहा, "एफपीओ का लाभ कंपनी की आय रिपोर्ट, कंपनी के मैनेजमेंट और किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले बैंक के लिए बहुत अधिक डेटा के लिए ऐतिहासिक रिफ्रेंसेज हैं।"
एक रिपोर्ट से बाजार में हड़कंप: 3 दिन में ₹11.8 लाख करोड़ स्वाहा, निवेशकों को तगड़ा नुकसान
3 फीसदी सब्सक्रिप्शन
बता दें कि IHC से निवेश की खबर ऐसे समय में आई है जब अरबपति गौतम अडानी की प्रमुख कंपनी का मेगा FPO पिछले सप्ताह शेयरों में भारी बिकवाली के बाद के दौर से गुजर रहा है। एक्सचेंजों के पास दाखिल आंकड़ों के मुताबिक, दूसरे दिन सोमवार को एफपीओ को महज 3 फीसदी ही सब्सक्राइब किया गया।