कोरोना संकट के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो में बड़ी कटौती करने से बैंकों ने सावधि जमा (एफडी) पर मिलने वाली ब्याज दरों में बड़ी कटौती की है। वहीं, दूसरी ओर कई निजी और स्मॉल फाइनेंस बैंक अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए बचत खाते पर ही एफडी से ज्यादा ब्याज मुहैया करा रहे हैं। ऐसे में अगर आप अपने निवेश पर कम ब्याज से चिंतित हैं तो इन बैंकों में बचत खाता खोलकर भरपाई कर सकते हैं। साथ ही जब पैसे की जरूरत हो आप आसानी से निकाल भी सकते हैं।
सरकारी बैंकों में 2.5 से 4 फीसदी तक ब्याज
मौजूदा समय में अधिकांश सरकारी बैंक बचत खाता पर 2.5 से 4 फीसदी तक ब्याज दे रहे हैं। वहीं कई प्राइवेट बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंक 7.5 फीसदी तक बचत खाता पर ब्याज दे रहे हैं। बैंकिंग विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौके का फायदा उठाकर युवा अपने पैसे पर बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, वरिष्ठ नागरिकों के लिए सरकारी बैंक में एफडी करना ही बेहतर होगा।
इन बैंकों में मिल रहा है ज्यादा रिटर्न
बैंक | बचत खाता पर ब्याज |
औसत मासिक रकम (रुपये में) |
बंधन बैंक | 4%-7.15% | 5000 |
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक | 6%-7% | 10,000 |
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक | 4%-7% | 2 से 5 हजार |
आरबीएल बैंक | 4.75%-6.75% | 500 से 2500 |
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक | 4%-6.5% | - |
इंडसइंड बैंक | 4%-6% | 1500 से 10 हजार |
यस बैंक | 4%-6% | 10 हजार |
लक्ष्मी विलास बैंक | 3.25%-5.75% | 500 से एक हजार |
डीसीबी बैंक | 3.25%-5.5% | 500 |
डीबीएस बैंक | 3.5%-5% | 2500 |
स्रोत: बैंक बाजार
क्यों एफडी लोकप्रिय?
एफडी कई सालों से लोगों के बीच निवेश करने का सबसे लोकप्रिय जरिया बना हुआ है। इसके पीछे कारण है कि लोग आज भी एफडी को अन्य निवेश की तुलना में सबसे ज्यादा सुरक्षित मानते हैं। लोगों का मानना है कि एफडी में जमा किया गया पैसा कभी भी डूबेगा नहीं और इस पर अच्छा ब्याज भी मिलता है। हालांकि, कोरोना संकट में एफडी पर मिलने वाले ब्याज में बड़ी कटौती की कई है। इससे लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।