सरकारी बैंकों ने कर्ज देने के तरीके में किया बदलाव, अब ऊंचे क्रेडिट स्कोर पर एक फीसदी सस्ता Loan
सरकारी बैंकों ने कर्ज देने के तरीके में बदलाव किया है। बैंक अब कर्ज के लिए वेतन की जगह क्रेडिट स्कोर को तरजीह दे रहे हैं। क्रेडिट स्कोर 760 अंक से ऊपर होने पर आपको एक फीसदी तक सस्ता कर्ज मिल सकता है।...
सरकारी बैंकों ने कर्ज देने के तरीके में बदलाव किया है। बैंक अब कर्ज के लिए वेतन की जगह क्रेडिट स्कोर को तरजीह दे रहे हैं। क्रेडिट स्कोर 760 अंक से ऊपर होने पर आपको एक फीसदी तक सस्ता कर्ज मिल सकता है। 1 अक्तूबर से रिजर्व बैंक के आदेश पर बैंकों ने कर्ज को रेपो रेट से जोड़ने के बाद इस नई प्रक्रिया की शुरुआत की है। इसके तहत अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब है तो आपको मिलने वाले होम लोन की ब्याज दर भी ज्यादा होगी।
होम लोने के लिए वेतन की जगह क्रेडिट स्कोर को तरजीह
बैंक ऑफ बड़ौदा,यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और सिंडिकेट बैंक ने अपने ग्राहकों को क्रेडिट स्कोर के आधार पर होम लोन देना शुरू किया है। इन तीनों बैंकों ने क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ऑफ इंडिया (सिबिल) से मिले क्रेडिट स्कोर स्लैब के आधार पर कर्ज को तरजीह दे रहे हैं। रिर्जव बैंक के निर्देशानुसार नए एक्सटर्नल बेंचमार्किंग व्यवस्था के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा अब नया कर्ज देने के लिए सिबिल स्कोर की मदद ले रहा है।
किस सिबिल क्रेडिट स्कोर पर कितना ब्याज दर
क्रेडिट स्कोर | ब्याज दर प्रतिशत में
|
760 व इससे अधिक | 8.1 |
725-759 | 8.35 |
675-724 | 9.1 |
अगर किसी ग्राहक का कुल क्रेडिट स्कोर 900 में से 760 व इससे अधिक है तो उन्हें 8.1 फीसदी की ब्याज दर से कर्ज मिलेगा। 725 से 759 के बीच क्रेडिट स्कोर रहने पर ब्याज दर 8.35 फीसदी तय की गई है। वहीं, 675 से 724 के बीच क्रेडिट स्कोर रहने पर 9.1 फीसदी का ब्याज देना होगा। इस प्रकार न्यूनतम और अधिकतम ब्याज दरों में एक फीसदी का अंतर होगा। ऐसे में यदि किसी का क्रेडिट स्कोर बेहतर है तो वह एक फीसदी कम दर पर कर्ज ले सकता है।
50 अंक से ज्यादा गिरा क्रेडिट स्कोर तो महंगा होगा कर्ज
कर्ज मांगने वाले का क्रेडिट स्कोर 760 से नीचे चला जाता है, तो ब्याज ज्यादा देना होगा। अगर किसी उधारकर्ता का सिबिल स्कोर 50 अंक से ज्यादा गिर जाता है तो सिंडिकेट बैंक ने प्रीमियम को बढ़ाने का फैसला किया है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 700 से नीचे के क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों से 0.10 फीसदी अधिक ब्याज लेगा।
क्या है क्रेडिट स्कोर
सिबिल क्रेडिट स्कोर के क्षेत्र में प्रमुख कंपनी है। यह 300 से 900 के बीच आकलन करती है। ग्राहक द्वारा लिए गए कर्ज और क्रेडिट कार्ड के बिल का समय से भुगतान करने पर यह बढ़ता है जबकि उसमें देरी करने या चूक जाने पर घटता है। 760 से अधिक स्कोर होने पर बैंक आसानी से और सस्ता कर्ज देने की पेशकश करते हैं। ज्यादातर बैंक कर्ज देने से पहले उपभोक्ता के सिबिल स्कोर और रिपोर्ट की जांच करते हैं।
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