शेयर बाजार में हाहाकार पर लगेगा ब्रेक, आएगा सुधार का समय? एक्सपर्ट का है यह अनुमान
- Stock Market Crash: चीन के प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की अमेरिका की घोषणा से शुक्रवार को दुनिया भर के बाजारों में बड़ी गिरावट देखी गई थी। इसके दबाव में घरेलू शेयर बाजार का मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,414 और निफ्टी 420 अंक टूट गया था।

Stock Market Crash: चीन के प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की अमेरिका की घोषणा से शुक्रवार को दुनिया भर के बाजारों में बड़ी गिरावट देखी गई थी। इसके दबाव में घरेलू शेयर बाजार का मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,414 और निफ्टी 420 अंक टूट गया था। विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने और डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी ने भी निवेशकों की धारणा को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया। भारी भरकम गिरावट से केवल दो महीनों के भीतर निवेशकों को 50 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। अब स्टॉक एनालिस्ट का मानना है कि बाजार अब तकनीकी रूप से ओवरसोल्ड है और यदि अब पिछले पैटर्न पर नजर डालें, तो सुधार की संभावना है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि भारत में कमजोर आय वृद्धि और उच्च मूल्यांकन अभी भी खेल बिगाड़ सकते हैं।
क्या है ब्रोकरेज की राय
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा, "पिछले दो दशकों के आंकड़ों से पता चलता है कि 30 से नीचे का साप्ताहिक आरएसआई निफ्टी मिडकैप और स्मॉल कैप सूचकांकों के लिए ओवरसोल्ड स्थिति का सुझाव देता है। जिसका केवल छह मौकों पर टेस्टिंग किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप अगले तीन महीनों में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिसमें गिरावट 5 प्रतिशत तक सीमित है। 33 की हालिया रीडिंग के साथ हमारा मानना है; जोखिम इनाम अनुकूल बना हुआ है क्योंकि मंदी के चरम से पुलबैक को खारिज नहीं किया जा सकता है।
नोमुरा इंडिया ने कहा कि एनएसई500 में 200-डीएमए से ऊपर शेयरों का प्रतिशत और निफ्टी इंडेक्स रिकॉर्ड निचले स्तर के करीब होने से व्यापक बाजार तकनीकी रूप से ओवरसोल्ड दिखाई देते हैं। ब्रोकरेज ने कहा, ऐतिहासिक रूप से, इसका मतलब अगले तीन, छह और 12 महीनों में उच्च हिट-रेट के साथ पॉजिटिव परफॉर्मेंस है।
नोमुरा ने कहा, "एक प्रमुख चेतावनी यह है कि वर्तमान वैल्यूएनशन पिछले निचले स्तर की तुलना में बहुत अधिक है। एक और उम्मीद की किरण यह है कि ईएम इक्विटी निवेशक पहले से ही भारत में कम वजन वाले हैं, बड़े ईएम फंडों के हमारे सर्वेक्षण के आधार पर, एचके/चीन इक्विटी की तुलना में भारत के इक्विटी पर अधिक अंडरवेट है।'
विदेशी निवेशक लगातार बेच रहे शेयर
विदेशी निवेशक पिछले साल सितंबर से लगातार भारतीय बाजारों से बिकवाली कर रहे हैं। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने फरवरी के दौरान भी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकालना जारी रखा और 34,574 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। 24 फरवरी से 28 फरवरी तक पूरे सप्ताह बिकवाली का रुझान मजबूत रहा, इस दौरान एफपीआई ने 10,905 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। हालांकि, शुक्रवार को विदेशी निवेशक शुद्ध खरीदार बने और उन्होंने 1,119 करोड़ रुपये का निवेश किया।
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