
Share Market Highlights: शेयर मार्केट में तूफानी तेजी के पीछे क्या हैं राज, निफ्टी 4 महीने के हाई पर
संक्षेप: Share Market Highlights: विदेशी निवेशकों की वापसी और डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार दूसरे दिन जोरदार मजबूती से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजारों में जबरदस्त उछाल आया। सेंसेक्स 862 अंक चढ़ गया, जबकि निफ्टी 25,585 अंक के स्तर पर पहुंच गया। यह निफ्टी का चार महीने के सबसे ऊपरी स्तर है।
Share Market Highlights: विदेशी निवेशकों की वापसी और डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार दूसरे दिन जोरदार मजबूती से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजारों में जबरदस्त उछाल आया। सेंसेक्स 862 अंक चढ़ गया, जबकि निफ्टी 25,585 अंक के स्तर पर पहुंच गया। यह निफ्टी का चार महीने के सबसे ऊपरी स्तर है।

बाजार में चौतरफा खरीदारी
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजारों में निवेश बढ़ाया है। इससे बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी गई। पीएसयू बैंकों को छोड़कर सभी सेक्टरों के इंडेक्स हरे निशान में रहे। सेंसेक्स 862.23 अंक चढ़कर 83,467.66 अंक पर बंद हुआ। यह इसका 09 जुलाई के बाद का उच्चतम स्तर है। वहीं, निफ्टी 261.75 अंक बढ़कर 25,585.30 अंक पर पहुंच गया। यह इसका 27 जून के बाद का उच्चतम स्तर है।
दो दिन में सात लाख करोड़ कमाए
बीते दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,438 अंक या लगभग 2 फीसदी बढ़ा है। निफ्टी भी लगभग दो फीसदी बढ़कर 25,550 के स्तर पर पहुंच गया है। इस दौरान बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 14 अक्टूबर के 460 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 467 लाख करोड़ रुपये हो गया, जिससे निवेशकों को दो सत्रों में लगभग सात लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है।
बैंकिंग शेयरों में तेजी
कारोबार के दौरान दिनभर बैंक शेयरों में रौनक देखने को मिली। कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने निफ्टी बैंक को ऊपर खींचने में बड़ी भूमिका निभाई। एनएसई में एफएमसीजी का इंडेक्स दो प्रतिशत से अधिक की तेजी में रहा।
रियलिटी, ऑटो, निजी बैंक और टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद समूहों के इंडेक्स भी एक से दो प्रतिशत के बीच चढ़े। एनएसई में कुल 3,192 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,814 हरे निशान में और 1,280 लाल निशान में बंद हुए जबकि 98 कंपनियों के इंडेक्स अपरिवर्तित रहे।
क्या कहते हैं बाजार के जानकार
जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड में रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार ने शानदार वापसी की है। सकारात्मक वैश्विक संकेतों और भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता को लेकर नई उम्मीद बंधने से उत्साहित घरेलू शेयर बाजारों ने अपनी बढ़त को जारी रखा।
वित्त वर्ष 2025-26 की तीसरी तिमाही में मांग में सुधार की उम्मीद, एफआईआई निवेश के शुरुआती संकेत, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम नीतिगत टिप्पणियों और डॉलर इंडेक्स में नरमी से बाजार धारणा को और बल मिला।
शेयर मार्केट में तेजी के 4 कारण
1. भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीदें
भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही व्यापार समझौता होने की संभावना बढ़ गई है। वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल वॉशिंगटन में एनर्जी ट्रेड पर बातचीत के लिए पहुंचे हैं।
2. रुपये में रिकॉर्ड मजबूती
बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया एक प्रतिशत से अधिक उछल गया, जिससे घरेलू बाज़ार की धारणा प्रभावित हुई। गुरुवार को भी इसमें उछाल आया।
3. कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजे
उम्मीद के मुताबिक कंपनियों के दूसरे तिमाही के नतीजे अच्छे आए हैं। इससे भी निवेशकों का भरोसा लौटा है?
4. विदेशी निवेशकों की वापसी
बीते कुछ दिनों में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में वापसी की है। बुधवार को 68.64 करोड़ मूल्य के शेयर खरीदे। पिछले हफ्ते लगभग 3,000 करोड़ का निवेश किया।





