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टाटा संस की लिस्टिंग जरूरी... टाटा ट्रस्ट में तनाव के बीच शापूरजी पलोनजी का बयान

संक्षेप: मिस्त्री ने कहा कि आरबीआई ने टाटा संस को 30 सितंबर, 2025 तक ऊपरी स्तर के वर्गीकरण में सूचीबद्ध करने की समयसीमा तय की थी। उन्होंने इस निर्देश को गंभीरता और नियामकीय प्रतिबद्धताओं के सम्मान के साथ देखे जाने की जरूरत बताई।

Fri, 10 Oct 2025 09:14 PMDeepak Kumar लाइव हिन्दुस्तान
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टाटा संस की लिस्टिंग जरूरी... टाटा ट्रस्ट में तनाव के बीच शापूरजी पलोनजी का बयान

टाटा ट्रस्ट के भीतर जारी खींचतान के बीच शापूरजी पलोनजी समूह के चेयरमैन शापूरजी पलोनजी मिस्त्री ने शुक्रवार को टाटा समूह की मूल कंपनी टाटा संस को शेयर बाजार में सूचीबद्ध किए जाने की मांग दोहराई। मिस्त्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब टाटा समूह की कंपनियों का नियंत्रण करने वाले ट्रस्ट के विभिन्न ट्रस्टी के बीच विवाद चल रहा है।

क्या कहा शापूरजी पलोनजी मिस्त्री ने?

मिस्त्री ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने टाटा संस को 30 सितंबर, 2025 तक ऊपरी स्तर के वर्गीकरण में सूचीबद्ध करने की समयसीमा तय की थी। उन्होंने इस निर्देश को गंभीरता और नियामकीय प्रतिबद्धताओं के सम्मान के साथ देखे जाने की जरूरत बताई। मिस्त्री के मुताबिक, आरबीआई का पैमाना-आधारित नियामकीय ढांचा यह स्पष्ट करता है कि एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) को अपने निवेशकों के हितों के लिए हानिकारक ढंग से काम नहीं करना चाहिए। मिस्त्री ने कहा कि आरबीआई एक संवैधानिक एवं स्वायत्त संस्था है और यह समानता, न्याय और सार्वजनिक हित के सिद्धांतों के आधार पर निर्णय लेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि टाटा संस का सार्वजनिक सूचीकरण केवल वित्तीय कदम नहीं, बल्कि नैतिक और सामाजिक अपरिहार्यता भी है।

उन्होंने कहा कि शापूरजी पलोनजी समूह हमेशा से ही टाटा संस के सार्वजनिक सूचीकरण का समर्थन करता आया है। मिस्त्री ने कहा कि हमारा दृढ़ मत है कि इस प्रतिष्ठित संस्था की बाजार सूचीबद्धता न केवल इसके संस्थापक जमशेदजी टाटा द्वारा स्थापित पारदर्शिता की भावना को बनाए रखेगी, बल्कि इससे कर्मचारियों, निवेशकों एवं भारत के लोगों के बीच विश्वास भी मजबूत होगा। हमारी मान्यता एक सरल लेकिन दृढ़ विश्वास पर आधारित है कि पारदर्शिता ही विरासत और भविष्य के प्रति सच्चा सम्मान है।

कितनी है टाटा संस में हिस्सेदारी?

टाटा संस में शापूर पलोनजी परिवार के पास करीब 18.37 प्रतिशत हिस्सेदारी है। समूह टाटा संस में अपनी हिस्सेदारी को बेचकर अपने कर्जों का निपटान करना चाहता है। वहीं, टाटा समूह की प्रवर्तक एवं मूल कंपनी टाटा संस में टाटा ट्रस्ट के पास 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

Deepak Kumar

लेखक के बारे में

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दीपक कुमार, हिन्दुस्तान डिजिटल में बिजनेस की खबरें लिखते हैं। वह स्टॉक मार्केट, यूटिलिटी समेत बिजनेस सेक्शन से जुड़ी हर खबरों की ना सिर्फ समझ रखते हैं, बल्कि आम बोलचाल की भाषा में पाठकों तक पहुंचाने का काम करते हैं। दीपक की बिजनेस सेक्शन के अलावा एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट्स और पॉलिटिक्स से जुड़ी खबरों पर भी जबरदस्त पकड़ है। उन्हें बेहतरीन काम की सराहना मिलती रही है और सम्मानित भी किया जा चुका है। मूल रूप से सीवान (बिहार) के रहने वाले दीपक के पास करीब 11 साल का अनुभव है। करियर की बात करें तो अमर उजाला से शुरू हुआ सफर दैनिक भास्कर,आजतक, इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप होते हुए हिन्दुस्तान डिजिटल तक पहुंच चुका है। फिलहाल, वह हिन्दुस्तान डिजिटल में बतौर असिस्टेंट न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। वहीं, पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए हिमाचल यूनिवर्सिटी चले गए। दीपक सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। उन्हें नई-नई तकनीक से रूबरू होना अच्छा लगता है। खाली वक्त में फिल्में देखना या क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं। और पढ़ें
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