34 साल पुरानी कंपनी का आ रहा IPO, करीब 450 करोड़ रुपये के होंगे फ्रेश शेयर
सेफेक्स केमिकल्स (इंडिया) का आईपीओ लॉन्च होने वाला है। इस कंपनी की स्थापना साल 1991 में हुई थी। इस लिहाज से कंपनी को वजूद में आए 34 साल हो चुके हैं। इस आईपीओ में 450 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर हैं।

Safex Chemicals IPO News: विशेष रसायन कंपनी सेफेक्स केमिकल्स (इंडिया) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लॉन्च करने की योजना बनाई है। दरअसल, कंपनी ने फंड जुटाने की मंजूरी लेने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास आरंभिक दस्तावेज दाखिल किए हैं। डीआरएचपी के अनुसार आईपीओ में 450 करोड़ रुपये के नए शेयरों का इश्यू और प्रमोटर्स, निवेशकों, अन्य विक्रय शेयरधारकों द्वारा 35,734,818 शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का मिश्रण है।
फ्रेश इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग कर्ज भुगतान और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। बता दें कि एक्सिस कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स को सेफेक्स केमिकल्स आईपीओ को संभालने के लिए मर्चेंट बैंकर के रूप में नियुक्त किया गया है।
22 देशों में फैला है कारोबार
सेफेक्स केमिकल्स (इंडिया) फसल सुरक्षा उत्पादों की एक विस्तृत शृंखला प्रदान करके किसानों को फसल उत्पादकता बढ़ाने में मदद करती है। 31 मार्च, 2025 तक, कंपनी का परिचालन 22 देशों में फैला हुआ था। इसकी भारत में सात और ब्रिटेन में एक मैन्युफैक्चरिंग इकाई है। सेफेक्स केमिकल्स की परिचालन आय पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में 12.83 प्रतिशत बढ़कर 1,584.78 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,404.59 करोड़ रुपये था।
क्रिस कैपिटल का निवेश
बता दें कि क्रिस कैपिटल ने मार्च, 2021 और सितंबर, 2022 में कंपनी में निवेश किया था और उसके पास इक्विटी शेयर पूंजी का 44.80 प्रतिशत हिस्सा है। सेफेक्स केमिकल्स आईपीओ पूर्व नियोजन में 90 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर सकती है। अगर ऐसा नियोजन पूरा हो जाता है, तो नए इश्यू का आकार कम हो जाएगा।
34 साल पुरानी है कंपनी
साल 1991 में वजूद में आई सेफेक्स केमिकल्स 3 व्यावसायिक क्षेत्रों में काम करती है। यह कंपनी ब्रांडेड फॉर्मूलेशन, स्पेशलिटी केमिकल्स और कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग (सीडीएमओ) जो एग्रोकेमिकल सेक्टर को सेवाएं प्रदान करती है। सेफेक्स केमिकल्स, बेयर क्रॉपसाइंस, सुमितोमो केमिकल, रैलिस इंडिया, धानुका एग्रीटेक, नवीन फ्लोरीन इंटरनेशनल, विनती ऑर्गेनिक्स, पीआई इंडस्ट्रीज और अनुपम रसायन जैसे सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धियों के साथ कॉम्पिटिशन करती है। इस कंपनी ने मार्च 2025 को समाप्त वर्ष के लिए 14.3 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष के 22.8 करोड़ रुपये के घाटे से कम है।