रेमंड से रियल्टी बिजनेस हुआ अलग, लिस्टिंग का इंतजार 6 दिन में शेयर 30% उछला
रेमंड के शेयर में हालिया तेजी का कारण रियल्टी बिजनेस का अलग होना और नई परियोजनाओं पर उम्मीदें हैं। हालांकि, मुनाफे में गिरावट ने कुछ चिंताएं भी बढ़ाई हैं। अब सबकी निगाहें Raymond Realty की लिस्टिंग पर टिकी हैं।

पिछले कुछ दिनों में रेमंड के शेयर ने निवेशकों के मुंह में पानी ला दिया है। यह छोटे कैप वाला शेयर बुधवार, 21 मई को BSE पर इंट्राडे में लगभग 5% चढ़ गया, जो लगातार छठे दिन बढ़ोतरी थी। इन 6 दिनों में शेयर ने 30% से ज्यादा की छलांग लगाई। बुधवार को शेयर का भाव पिछले दिन के बंद भाव ₹676.30 के मुकाबले ₹668.80 पर खुला, फिर 5% बढ़कर ₹708.40 के इंट्राडे हाई तक पहुंच गया। दोपहर 12:30 तक यह शेयर 4% की बढ़त के साथ ₹702 पर ट्रेड कर रहा था।
रियल्टी बिजनेस के अलग होने (स्पिन-ऑफ) के बाद, इस साल 7 अप्रैल को यह शेयर अपने 52-हफ्ते के सबसे निचले स्तर ₹431.10 पर पहुंच गया था, जबकि पिछले साल 8 जुलाई को इसने ₹1,243.51 का रिकॉर्ड ऊंचाई छुआ था।
रियल्टी बिजनेस अलग हुआ, लिस्टिंग का इंतजार
रेमंड से उसका रियल एस्टेट बिजनेस (रेमंड रियल्टी लिमिटेड) 1 मई को अलग हो गया। 14 मई को शेयरधारकों की पहचान की गई, जिन्हें रेमंड रियल्टी के शेयर मिलेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Raymond Realty के शेयर Q2FY26 (जुलाई-सितंबर 2025) में स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे।
कंपनी के चेयरमैन गौतम हरि सिंघानिया ने 12 मई को Q4 के नतीजे घोषित करते हुए कहा, "रियल एस्टेट बिजनेस का अलग होना एक बड़ा कदम है। इससे शेयरधारकों को और फायदा होगा, और हर बिजनेस अलग-अलग फोकस कर पाएगा।"
Q4 का कैसा रहा रिजल्ट
रेमंड ने Q4 (जनवरी-मार्च 2025) में कंसोलिडेटेड कमाई ₹601.40 करोड़ दर्ज की, जो पिछले साल की इसी तिमाही (₹308.56 करोड़) से 95% ज्यादा है। हालांकि, मुनाफा 40% घटकर ₹137.47 करोड़ रह गया। EBITDA (कमाई का एक पैमाना) 38% बढ़कर ₹99 करोड़ हुआ, लेकिन EBITDA मार्जिन 16.4% पर आ गया, जो पिछले साल के 23.3% से कम है।
भविष्य की योजनाएं
सिंघानिया ने बताया कि मुंबई के माहिम और वडाला में दो नए प्रोजेक्ट्स (जॉइंट डेवलपमेंट) पर साइन किए गए हैं, जिनका कुल मूल्य ₹6,800 करोड़ है। इसके अलावा, एयरोस्पेस सेक्टर में भी कंपनी को बड़े मौके दिख रहे हैं।
रेमंड शेयर क्या आपको खरीदना चाहिए?
ज्यादातर विशेषज्ञ इसकी ओवरबॉट स्थितियों के कारण मौजूदा समय में स्टॉक में कुछ प्रॉफिट बुक करने का सुझाव दे रहे हैं। आनंद राठी शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स के सीनियर मैनेजर (इक्विटी रिसर्च) जिगर एस. पटेल का सुझाव है कि शेयर में प्रॉफिट बुक करें क्योंकि यह एक प्रमुख ब्रेकआउट जोन के करीब पहुंच रहा है। पटेल ने कहा, ' 688 रुपये से ऊपर के निर्णायक साप्ताहिक बंद होने का इंतजार करें ताकि 750 रुपये के स्तर की ओर ताजा बढ़त की संभावना पर विचार किया जा सके।'
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (तकनीकी) क्षितिज गांधी ने रेखांकित किया कि चार्ट आगे सकारात्मकता का संकेत देते हैं, जिसमें तत्काल प्रतिरोध स्तर 720 रुपये पर देखा गया है। इस स्तर से ऊपर एक निर्णायक ब्रेकआउट स्टॉक को ₹750 तक ले जा सकता है।
चॉइस ब्रोकिंग के डेरिवेटिव एनालिस्ट हार्दिक मटालिया ने बताया कि रेमंड के शेयरों ने हाल ही में लंबे समय तक घटते ट्रेंड लाइन प्रतिरोध से मजबूत ब्रेकआउट देखा है जो कई महीनों से बरकरार था।
यह शेयर पहले अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से करीब 48 फीसदी टूटा था और निचले स्तर के सुधारात्मक चरण में प्रवेश कर चुका है। तत्काल समर्थन अब ₹650 के स्तर के पास रखा गया है, जबकि अगला प्रतिरोध क्षेत्र ₹725 के आसपास है। ट्रेडर्स को ओवरबॉट आरएसआई के कारण मौजूदा स्तरों पर प्रवेश करने के बारे में सतर्क रहना चाहिए और बेहतर रिस्क-रिवार्ड एंट्री के लिए ₹660-₹680 की ओर गिरावट की तलाश कर सकते हैं।
दूसरी ओर, निवेशक मध्यम अवधि के नजरिए के साथ मौजूदा स्तरों पर धीरे-धीरे स्टॉक जमा करने पर विचार कर सकते हैं, जबकि ₹725 रेजिस्टेंस पर कड़ी नजर रख सकते हैं। जबकि ₹650 से नीचे का बंद होना अल्पकालिक कमजोरी का संकेत दे सकता है और पुनर्मूल्यांकन की आवश्यकता हो सकती है।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)