
इस सरकारी कंपनी को मिला 586.43 करोड़ रुपये GST नोटिस, क्या अब 5 दिन की तेजी पर लगेगा ब्रेक?
संक्षेप: तेलंगाना के कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के अस्टिटेंट कमिश्नर ने CGST/TGST Act, 2017 के सेक्शन 73 के तहत यह नोटिस इश्यू किया है। यह डिमांड वित्त वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 के जीएसटी मैनुअल और फाइनेंशियल स्टेटमेंट पर आधारित है।
महारत्न कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (Bharat Heavy Electricals Ltd) को शुक्रवार को तेलंगाना की जीएसटी अथॉरिटी की तरफ से 586.43 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा गया है। तेलंगाना के कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के अस्टिटेंट कमिश्नर ने CGST/TGST Act, 2017 के सेक्शन 73 के तहत यह नोटिस इश्यू किया है। यह डिमांड वित्त वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 के जीएसटी मैनुअल और फाइनेंशियल स्टेटमेंट पर आधारित है।
भेजे गए नोटिस में वित्त वर्ष 2022 के लिए 184.55 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 के लिए 207.26 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 के लिए 194.62 करोड़ रुपये का डिमांड है। जोकि मिलाकर 586.43 करोड़ रुपये होता है।
भेल के शेयरों का प्रदर्शन कैसा?
शुक्रवार बाजार के उलट इस सरकारी कंपनी के शेयरों में तेजी दिखी थी। भेल के शेयर बीएसई में 1.37 प्रतिशत की उछाल के बाद 237.55 रुपये के लेवल पर बंद हुआ था। यह लगातार 5वां कारोबारी दिन था, जब कंपनी के शेयरों में उछाल दिखी थी।
पिछले एक महीने में भेल के शेयरों का भाव 8.85 प्रतिशत बढ़ा है। जबकि इसी दौरान निफ्टी एनर्जी इंडेक्स में 2.85 प्रतिशत की तेजी आई है। हालांकि, एक साल से भेल के शेयरों को होल्ड करने वाले निवेशकों को अबतक 7 प्रतिशत का नुकसान हो चुका है। जबकि बीते एक साल में सेंसेक्स इंडेक्स में 0.67 प्रतिशत की गिरावट आई है।
लॉन्ग रन में स्टॉक ने दिया मोटा रिटर्न
भेल के शेयरों की कीमतों में पिछले 2 साल में 87 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। वहीं, 5 साल में भेल के शेयरों का भाव 585 प्रतिशत बढ़ा है। भेल उन कुछ सरकारी कंपनियों में से एक है जो निवेशकों को लगातार डिविडेंड देती आ रही है। पिछले महीने की एक तारीख को कंपनी के शेयर एक्स-डिविडेंड ट्रेड किए थे। तब कंपनी ने एक शेयर पर 0.50 रुपये का डिविडेंड दिया था।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)





